नई दिल्ली: चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग ने सोमवार को एकतरफावाद की निंदा की. चीनी पीएम ने कहा कि व्यापार के मामले में दुनिया को जंगल के कानून पर नहीं लौटना चाहिए. यह बात उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच होने वाली वार्ता से कुछ दिन पहले कही.
मलेशिया के कुआलालंपुर में दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) शिखर सम्मेलन में दिया गया यह बयान, चीन और अमेरिका द्वारा संभावित व्यापार समझौते पर प्रारंभिक सहमति पर पहुंचने की घोषणा के ठीक एक दिन बाद आया है. वाशिंगटन ने यह भी कहा था कि बीजिंग से आने वाले सामानों पर 100% टैरिफ लगाने की बात विचाराधीन है.
समाचार एजेंसी एएफपी ने ली के हवाले से कहा, आर्थिक वैश्वीकरण और बहुध्रुवीयता अपरिवर्तनीय हैं. दुनिया को जंगल के कानून की ओर नहीं लौटना चाहिए, जहां ताकतवर कमजोर को धमकाते हैं. उनका स्पष्ट संदर्भ डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा चीन सहित कई देशों पर लगाए गए टैरिफ से था.
ट्रम्प और उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग गुरुवार को दक्षिण कोरिया में मिलेंगे, ताकि एक समझौते पर पहुंचने का प्रयास किया जा सके, जिससे उनके बीच चल रहा व्यापार युद्ध समाप्त हो सके. ट्रम्प ने अमेरिका के करीबी सहयोगी जापान जाते समय कहा कि उन्हें उम्मीद है कि गुरुवार को जब वह शी से मिलेंगे तो कोई समझौता हो जाएगा.
अमेरिका ने कहा, चीनी वस्तुओं पर 100% टैरिफ लगाने का विचार नहीं. अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने रविवार को सीबीएस न्यूज को बताया कि चीनी वस्तुओं पर 100% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की डोनाल्ड ट्रम्प की धमकी खत्म हो गई है.
प्रस्तावित टैरिफ, दुर्लभ पृथ्वी सामग्रियों पर बीजिंग के विस्तारित निर्यात नियंत्रण के प्रति ट्रम्प की प्रतिक्रिया का हिस्सा थे, जो इलेक्ट्रॉनिक्स और रक्षा जैसे वैश्विक उद्योगों के लिए आवश्यक हैं.
बेसेंट ने कहा 'हमारी दो दिवसीय बैठक बहुत अच्छी रही. मेरा मानना है कि - इसलिए यह अभी की स्थिति से 100% अधिक होगा, और मेरा मानना है कि यह अब पूरी तरह से विचारणीय नहीं है. मुझे उम्मीद है कि 100% का खतरा दूर हो गया है, और चीन द्वारा विश्वव्यापी निर्यात नियंत्रण व्यवस्था लागू करने का खतरा भी दूर हो गया है.'
चीन ने घोषणा की है कि वे संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ संभावित व्यापार समझौते पर बुनियादी सहमति पर पहुंच गए हैं. यह घोषणा ट्रम्प के अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से मिलने से कुछ ही दिन पहले की गई है. शिन्हुआ की एक रिपोर्ट के अनुसार, कुआलालंपुर में आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी उप प्रधानमंत्री हे लिफेंग और वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट तथा अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमीसन ग्रीर के नेतृत्व वाले अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के बीच दो दिनों की बातचीत के बाद यह आम सहमति बनी.