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'भारत सरकार ने पाकिस्तान में कराईं हत्याएं', पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों का बेबुनियाद दावा

Pakistan Intelligence Claim: पाकिस्तान के खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों का दावा है कि भारत सरकार ने उसके देश में कुछ लोगों की हत्याएं कराईं हैं. इससे पहले कनाडा ने भी आतंकी निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर बेबुनियाद आरोप लगाए थे.

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India Daily Live

Pakistan Intelligence Claim: पाकिस्तान के खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों का दावा है कि भारत सरकार ने उसके देश में कुछ लोगों की हत्याएं कराईं हैं. इससे पहले कनाडा ने भी आतंकी निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर बेबुनियाद आरोप लगाए थे. 'The Guardian' की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों की ओर से आरोप लगाया गया है कि भारत सरकार ने विदेशी धरती पर रहने वाले आतंकवादियों को खत्म करने की एक व्यापक रणनीति के तहत पाकिस्तान में कुछ लोगों की हत्याएं कराईं हैं.

ब्रिटिश अखबार की रिपोर्ट भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि भारत सरकार की विदेश नीति में किसी तरह की कोई टार्गेट किलिंग शामिल नहीं है. विदेश मंत्रालय की ओर से भी कहा गया कि टार्गेट किलिंग जैसे आरोपी बिलकुल झूठे और बेबुनियाद हैं. हमारे देश के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है.

रिपोर्ट में भारत की खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों से भी बातचीत का दावा किया गया है. कहा गया है कि दोनों देशों के खुफिया अधिकारियों का इंटरव्यू लिया गया. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों की ओर से शेयर किए गए दस्तावेज साबित करते हैं कि कैसे भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी ने 2019 के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए विदेशों में हत्याएं करना शुरू कर दिया. रिपोर्ट में भारतीय खुफिया एजेंसी RAW (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) का जिक्र किया गया है. RAW को सीधे तौर पर भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय की ओर से नियंत्रित किया जाता है. 

रिपोर्ट में दावा किया गया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों की ओर से शेयर किए गए डॉक्युमेंट्स इन आरोपों पर और अधिक बल देते हैं कि भारत सरकार ने उन लोगों को निशाना बनाने की नीति लागू की है, जो भारत को अपना दुश्मन मानता है. दावे के मुताबिक, 2020 के बाद से पाकिस्तान में अज्ञात बंदूकधारियों की ओर से 20 लोगों की हत्याएं की गईं. इन हत्या के मामलों से भारत को जोड़ा गया है. 

आरोप- UAE से संचालित होता है भारतीय खुफिया स्लीपर सेल

पाकिस्तानी जांचकर्ताओं के अनुसार, ये मौतें ज्यादातर संयुक्त अरब अमीरात से संचालित होने वाले भारतीय खुफिया स्लीपर-सेल की ओर से की गई थीं. ये स्लीपर सेल हत्याओं को अंजाम देने के लिए स्थानीय अपराधियों या गरीब पाकिस्तानियों को लाखों रुपये देते हैं. 

भारतीय खुफिया एजेंसी के 2 अधिकारियों के अनुसार, 2019 में पुलवामा हमले के बाद विदेशी धरती पर मौजूद भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों को ठिकाने लगाने के लिए RAW ने अभियान शुरू किया था. एक भारतीय खुफिया अधिकारी ने The Guardian को बताया कि पुलवामा हमले के बाद हमारा सोचने के तरीका बदल गया. हम हमलों को रोक नहीं सके, क्योंकि उनके सुरक्षित ठिकाने पाकिस्तान में थे, इसलिए हमें इनतक पहुंचना पड़ा.

मोसाद और केजीबी से भारतीय खुफिया एजेंसी ने ली है प्रेरणा

अधिकारी ने कहा कि भारतीय खुफिया एजेंसी ने इजरायल की मोसाद और रूस की केजीबी जैसी खुफिया एजेंसियों से प्रेरणा ली है. उन्होंने कहा कि अपने दुश्मनों को ठिकाने लगाए बिना हमारा देश मजबूत नहीं हो सकता है. उधर, दो अलग-अलग पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों ने दावा किया कि 2020 के बाद से 20 हत्याओं में भारत की संलिप्तता का संदेह है. उन्होंने गवाहों की गवाही, गिरफ्तारी रिकॉर्ड, व्हाट्सएप मैसेज और पासपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि ये सबूत पाकिस्तानी धरती पर टार्गेट किलिंग के लिए भारतीय जासूसों की ओर से चलाए गए अभियानों की पुष्टि करते हैं. हालांकि, गार्जियन ने पाकिस्तानी अधिकारियों की ओर से पेश किए गए इन डॉक्युमेंट्स का वैरिफिकेशन नहीं किया है.

दशकों से भारत, पाकिस्तान पर कश्मीर के विवादित क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने और आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाता रहा है. 2000 के दशक की शुरुआत में, पाकिस्तान स्थित इस्लामी आतंकवादी समूहों की ओर से किए गए लगातार आतंकवादी हमलों से भारत काफी प्रभावित हुआ था. इन हमलों में 2006 का मुंबई ट्रेन धमाका भी शामिल है, जिसमें 160 से अधिक लोग मारे गए थे. इसके अलावा, 2008 के मुंबई बम धमाका, जिसमें 172 लोग मारे गए थे.

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