नई दिल्ली: पाकिस्तान में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें वह एक पत्रकार के सवाल पर विवादास्पद टिप्पणी करते हुए मुस्कुराते हैं और फिर आंख मारते दिखाई देते हैं. यह वीडियो सामने आने के बाद पाकिस्तान में सेना के रवैये को लेकर बड़े पैमाने पर आलोचना शुरू हो गई है.
मामला तब बढ़ा जब पाकिस्तान इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया. वह पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए खान को जेहनी मरीज यानी मानसिक रोगी कह बैठे और इसके बाद आंख मार दी. सोशल मीडिया पर इसे पाकिस्तान में लोकतांत्रिक माहौल के कमजोर होने का संकेत बताया जा रहा है.
Pakistan's Army's DG ISPR winking at a female journalist after she questioned why they are being labelled as funded by Delhi.
— Elite Predators (@elitepredatorss) December 9, 2025
Honestly, I am not even surprised.pic.twitter.com/FzA4SMgSM8
पत्रकार आब्सा कोमन ने इमरान खान के खिलाफ लगाए जा रहे लगातार आरोपों पर सवाल पूछा था. उन्होंने जानना चाहा कि क्या इमरान को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा, राज्य विरोधी और दिल्ली के इशारे पर काम करने वाली बात का कोई नया आधार है या यह सिर्फ पुरानी राजनीतिक तकरार का दोहराव है.
इसी पर जवाब देते हुए चौधरी ने कहा कि इन आरोपों के साथ एक और बात जोड़ दीजिए कि वह जेहनी मरीज भी हैं. वीडियो में यह घटना साफ कैद है और पाकिस्तान के विपक्षी नेताओं तथा सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने इसे सेना के निरंकुश रवैये का उदाहरण बताया है.
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे पाकिस्तान में लोकतंत्र के समाप्त होने जैसा बताया है. उनका कहना है कि जब कैमरे के सामने सेना का शीर्ष अधिकारी इस तरह का व्यवहार कर सकता है, तो राजनीतिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी का क्या भविष्य बचेगा. एक्स पर एक यूजर ने लिखा कि पाकिस्तान में लोकतंत्र समाप्त हो गया है और प्रधानमंत्री सिर्फ एक कठपुतली बनकर रह गए हैं. कुछ यूजर्स ने तो पाकिस्तान को एक राष्ट्र का मीम बता दिया है.
यह विवाद ऐसे समय में उभरा है जब इमरान खान और सेना के बीच तल्खी लगातार बढ़ती जा रही है. खान पहले ही सेना प्रमुख जनरल मुनीर पर मानसिक रूप से अस्थिर होने का आरोप लगा चुके हैं और दावा कर चुके हैं कि सेना ने पाकिस्तान में कानून के शासन को कमजोर कर दिया है.
चौधरी ने भी हाल के बयानों में खान को आत्ममुग्ध व्यक्ति बताया था. इसके साथ ही उन्होंने 9 मई 2023 के हमलों में खान की संलिप्तता के पुराने आरोप भी दोहराए. हालांकि खान इन सभी आरोपों से इनकार करते हैं.