जकार्ता: इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में एक बेहद डराने वाली आग की घटना सामने आई है. शहर के सेंट्रल जकार्ता इलाके में स्थित एक दफ्तर की इमारत में भीषण आग लगने से बड़ा हादसा हो गया. इस हादसे में अबतक कम से कम 20 लोगों की मौत होने की खबर सामने आई है. मृतकों में 5 पुरुष, 15 महिलाएं और एक गर्भवती महिला भी शामिल है. घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई और लोग घरों व दफ्तरों से बाहर निकल आए.
जानकारी के अनुसार, आग सात मंजिला इमारत में लगी, जिसमें टेरा ड्रोन इंडोनेशिया का ऑफिस है. यह कंपनी खनन, खेती और अन्य क्षेत्रों में ड्रोन सेवाएं देती है. आग लगते ही इमारत से काला और घना धुआं निकलने लगा, जो दूर-दूर तक दिखाई दे रहा था. आसपास के लोग घबराकर सुरक्षित जगह की ओर भागने लगे. कई कर्मचारी इमारत के अंदर ही फंस गए थे, जिन्हें निकालने में राहत दल को काफी मशक्कत करनी पड़ी.
सेंट्रल जकार्ता के पुलिस प्रमुख सुसात्यो पुरनोमो कोंड्रो ने बताया कि अभी तक 20 शव बाहर निकाले जा चुके हैं. कुछ लोगों की मौत दम घुटने की वजह से हुई. मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया कि कुछ लोग अभी भी अंदर फंसे हो सकते हैं, इसलिए इमारत में तलाशी अभियान लगातार जारी है.
आग की शुरुआत इमारत की पहली मंजिल से हुई थी. बताया गया कि यहां रखी बैटरियों में अचानक आग लग गई. कर्मचारियों ने शुरू में इसे बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी तेज थी कि वे सफल नहीं हो पाए. देखते ही देखते आग ऊपर की मंजिलों तक फैल गई और पूरी इमारत धुएं से भर गई. दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची और लंबे प्रयास के बाद आग पर नियंत्रण पाया जा सका. फिलहाल, इमारत की एक-एक मंजिल की जांच की जा रही है.
दमकल और पुलिस टीमें यह सुनिश्चित कर रही हैं कि अंदर कोई व्यक्ति फंसा न रह जाए. अधिकारी यह भी जांच कर रहे हैं कि बैटरी में आग लगने की असली वजह क्या थी और क्या सुरक्षा नियमों का पालन किया गया था. यह घटना फिर याद दिलाती है कि व्यावसायिक भवनों में सुरक्षा उपाय कितने जरूरी हैं. थोड़ी सी लापरवाही भी कई मासूम जानें ले सकती है. पिछले महीने ही हांगकांग के ताई पो जिले में भीषण आग के कारण लगभग 160 लोगों की जान गई थी. दोनों घटनाओं ने एशियाई देशों में सुरक्षा इंतजामों पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं.