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India Daily

पाकिस्तान की साजिश का खुलासा, बढ़ते तनाव के बीच बांग्लादेश और म्यांमार बॉर्डर पर बढ़ी सख्ती

पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव तेजी से बढ़ गया है. इस बीच खुफिया एजेंसियों ने बांग्लादेश और म्यांमार की सीमाओं पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है.

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Edited By: Princy Sharma
High Alert Along Bangladesh Border
Courtesy: Pinterest

High Alert Along Bangladesh Border: पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव तेजी से बढ़ गया है. इस बीच खुफिया एजेंसियों ने बांग्लादेश और म्यांमार की सीमाओं पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है. सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं क्योंकि पाकिस्तान अब बांग्लादेश के जरिए भारत के खिलाफ साजिश रच सकता है.

खुफिया सूत्रों का दावा है कि बांग्लादेश में मौजूदा मुहम्मद यूनुस सरकार के कार्यकाल में पाकिस्तानी ISI और पाक सेना के अधिकारियों की उपस्थिति और सक्रियता बढ़ी है. पाकिस्तान की कोशिश है कि वह बांग्लादेशी कट्टरपंथी संगठनों से संबंध मजबूत करे और भारत की पूर्वी सीमाओं पर तनाव फैलाए.

बताया जा रहा है कि पाकिस्तान इन कट्टरपंथी तत्वों का इस्तेमाल कर सकता है, खासकर उन इलाकों में जो बांग्लादेश सीमा से सटे हैं, जहां इनकी समर्थन आधार पहले से मौजूद है. भारत में बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून को लेकर हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद स्थिति और गंभीर हो गई है.

सैकड़ों लोग हुए थे घायल

मुर्शिदाबाद की हिंसा, जिसमें तीन लोगों की मौत और सैकड़ों घायल हुए थे, के पीछे बांग्लादेशी उपद्रवियों का हाथ बताया जा रहा है. केंद्र सरकार को सौंपे गए एक रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि सीमा पार से आए लोगों ने हिंसा को भड़काया. अब भारत ने बांग्लादेश और म्यांमार की सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी है. दूसरी ओर, पाकिस्तान ने भी सीमा पर सेना की तैनाती बढ़ा दी है और अपनी नौसेना को तैयार रहने को कहा है. पाकिस्तान लगातार सीमा पर सीजफायर उल्लंघन कर रहा है और LOC पर गोलीबारी जारी है.

पाकिस्तान के सूचना मंत्री ने किया दावा

इस बीच, पाकिस्तान के सूचना मंत्री अत्ताउल्ला तारार ने दावा किया है कि उन्हें भारत की ओर से 24 से 36 घंटे के भीतर सैन्य कार्रवाई की पुख्ता खुफिया जानकारी मिली है. यह बयान ऐसे समय आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक कर सेना को पूरी ऑपरेशनल छूट दे दी है कि वे 22 अप्रैल के आतंकी हमले का करारा जवाब दें. स्थिति बेहद संवेदनशील है और भारत हर मोर्चे पर सतर्क है. पूर्वी सीमा पर भी पाकिस्तान की नई चालों को नाकाम करने के लिए खुफिया एजेंसियां सक्रिय हैं.