Hafiz Saeed pahalgam terror attack: सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना, आईएसआई और लश्कर के आतंकवादी संयुक्त रूप से हाफिज सईद की सुरक्षा की निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि परिसर की निगरानी के लिए ड्रोन निगरानी तैनात की गई है, जबकि 4 किलोमीटर के दायरे में सड़कों को उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाले सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया है. पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद की सुरक्षा में भारी वृद्धि की है. माना जा रहा है कि हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड सईद ही है. इस अटैक में 26 नागरिकों की मौत हो गई थी.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सुरक्षा में चार गुना वृद्धि की गई है. उन्होंने बताया कि सुरक्षा में वृद्धि के तहत पाकिस्तान सशस्त्र बलों के सशस्त्र कर्मियों की चौबीसों घंटे तैनाती की गई है. सईद के लाहौर स्थित आवास के आसपास व्यापक निगरानी उपाय किए गए हैं.
लाहौर के घनी आबादी वाले आवासीय क्षेत्र मोहल्ला जोहर टाउन में स्थित हाफिज सईद के घर पर 22 अप्रैल के हमले के बाद सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. इमारत के पास किसी भी नागरिक की आवाजाही की अनुमति नहीं है, तथा क्षेत्र में ड्रोन पर भी प्रतिबंध है.
खबरों की मानें तो यह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था पहलगाम हमले के तुरंत बाद लागू की गई थी, जिसकी जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली थी.
हालांकि टीआरएफ ने सार्वजनिक तौर पर यह दावा किया है, लेकिन भारतीय एजेंसियों का मानना है कि हाफिज सईद ने इस हमले को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई है. इस घटना ने भारत और पाकिस्तान के बीच नए कूटनीतिक तनाव को जन्म दिया है, जिस पर दोनों पक्षों की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है.
संयुक्त राष्ट्र और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने और 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर के इनाम के बावजूद सईद पाकिस्तान में खुलेआम रह रहा है. उसका घर, किसी गुप्त या गुप्त जगह से कहीं दूर, लाहौर के बीचों-बीच है, जो नागरिकों से घिरा हुआ है.