नई दिल्ली: उत्तर कोरिया का तानाशाह किंग जोंग उन अपनी बख्तरबंद ट्रेन से मंगलवार को रूस पहुंचा. बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने किम से मुलाकात की. इस दौरान किम ने रूसी स्पेस रॉकेट लॉन्च साइस वोस्तोचन कॉस्मोड्रोम में लॉन्च फेसेलिटी का भी जायजा लिया.
अंतरिक्ष के क्षेत्र में नॉर्थ कोरिया के साथ सहयोग के सवाल पर पुतिन ने कहा कि उत्तर कोरिया के नेता रॉकेट बनाने की तकनीक में दिलचस्पी रखते हैं और हमारे पास बहुत समय है, हम हर मुद्दे पर बातचीत करेंगे.
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच कई द्विपक्षीय मुद्दों पर एक-दूसरे का सहयोग करने को लेकर बात होगी.
उन्होंने कहा कि पुतिन कई अहम मुद्दों पर किम से बात करेंगे, जिसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने से जुड़े मुद्दे शामिल हैं. इससे पहले दोनों नेताओं के बीच आखिरी मुलाकात 4 साल पहले 2019 में हुई थी.
यूक्रेन को तबाह करने के लिए हो सकती है डिफेंस डील
माना जा रहा है किम जोंग और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच यूक्रेन को तबाह करने के लिए एक बड़ी डिफेंस डील हो सकती है. पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बीच रूस उत्तर कोरिया से अत्याधुनिक तकनीक से लैस और लंबी दूरी की मारक क्षमता वाले हथियार खरीदने को लेकर डील कर सकता है.
दोनों नेताओं की मुलाकात पर अमेरिका की पैनी नजर
अमेरिका की दोनों नेताओं के बीच हो रही इस मुलाकात पर पैनी नजर है. अमेरिका ने पहले ही इसको लेकर चेतावनी दी है कि मॉस्को यूक्रेन को तबाह करन के लिए उत्तर कोरिया के साथ डिफेंस डील कर सकता है.
अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने नॉर्थ कोरिया से रूस को हथियार न देने की भी अपील की है.
रिपोर्ट्स की मानें तो उत्तर कोरिया के पास लाखों की संख्या में आर्टिलेरी शेल और रॉकेट हैं. रूस उत्तर कोरिया से इन हथियारों को खरीदना चाहता है ताकि वह यूक्रेन के खिलाफ इनका इस्तेमाल कर सके.
उत्तर कोरिया को बदले में क्या मिलेगा
बता दें कि अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर भी प्रतिबंध लगा रखे हैं, जिसकी वजह से उत्तर कोरिया भारी खाद्द संकट से जूझ रहा है. इस वक्त उसकी पूरी खाद्द सामग्री केवल चीन से आ रही है. यानी उत्तर कोरिया इस समय पूरी तरह से चीन पर निर्भर है.
इस डिफेंस डील के बदले वह रूस से खाद्द सप्लाई की मांग कर सकता है ताकि चीन पर उसकी निर्भरता कम हो सके.