नई दिल्ली: पाकिस्तान की राजनीति में उठते भूचाल के बीच सेना और इमरान खान के रिश्ते एक बार फिर टकराव की कगार पर पहुंच गए हैं. सेना के नए चीफ ऑफ डिफेंस फोर्स (CDF) असीम मुनीर के कार्यभार संभालते ही सेना का सख्त रुख सामने आया है.
सेना के प्रवक्ता जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने इमरान खान को देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए कहा कि उनकी बयानबाजी अब सीमा लांघ चुकी है. इससे इमरान और उनकी पार्टी PTI के खिलाफ कार्रवाई के संकेत स्पष्ट हो गए हैं.
जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि इमरान खान और उनकी पार्टी सेना के खिलाफ लगातार भड़काऊ बयान दे रहे हैं, जो अब देश की सुरक्षा के लिए सीधा खतरा बन चुका है. उनका कहना है कि सेना किसी भी व्यक्ति को संस्थान के खिलाफ लोगों को उकसाने की अनुमति नहीं देगी. खान पर मानसिक रूप से असंतुलित राजनीतिक रणनीति अपनाने का आरोप भी लगाया गया.
सेना प्रवक्ता ने दावा किया कि इमरान खान की राजनीति अब सिर्फ सेना-विरोध पर टिक गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि खान अपनी अहंकारपूर्ण सोच में इतना डूब चुके हैं कि वे विदेशी शक्तियों से पाकिस्तान की आर्थिक मदद रोकने की अपील करते हैं. सेना का कहना है कि ऐसा व्यवहार देश को अस्थिर करने की साजिश का हिस्सा हो सकता है.
जनरल चौधरी ने आरोप लगाया कि इमरान खान के हालिया बयानों और गतिविधियों के पीछे एक बड़े बाहरी नेटवर्क का हाथ है. उनका कहना है कि विदेशी तत्वों के साथ मिलकर काम करना पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए सीधा खतरा उत्पन्न करता है. सेना ने चेतावनी दी कि सशस्त्र बलों को निशाना बनाने वाले किसी भी व्यक्ति को जवाब मिलेगा.
इमरान खान और सेना के बीच तनाव 2022 में सत्ता से हटने के बाद से जारी है. PTI लगातार सेना पर राजनीतिक हस्तक्षेप का आरोप लगाती रही है, जबकि सेना उन्हें अराजकता फैलाने का दोषी ठहराती है. अब CDF बनने के तुरंत बाद सेना ने अपना रुख और कठोर कर दिया है, जिससे संकेत मिलता है कि इमरान पर शिकंजा और कस सकता है.
सेना का कहना है कि इमरान खान की कोशिश सेना और आम जनता के बीच अविश्वास फैलाने की है. जनरल चौधरी ने स्पष्ट किया कि सेना किसी भी कीमत पर यह दरार नहीं आने देगी. उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अपनी राजनीति को आगे बढ़ाने के लिए सेना पर हमला करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.