Bihar ki Beti: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पांच देशों की विदेश यात्रा के तहत जब वह त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे, तो उनका भव्य स्वागत देश की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर ने किया. यह दौरा कई मायनों में ऐतिहासिक है, खासकर इसलिए क्योंकि त्रिनिदाद की प्रधानमंत्री का भारत, विशेष रूप से बिहार के साथ गहरा नाता है. कमला प्रसाद-बिसेसर का पैतृक गांव बिहार के बक्सर जिले का भेलूपुर गांव है. उनके पूर्वजों को ब्रिटिश काल में गिरमिटिया मजदूर के रूप में त्रिनिदाद ले जाया गया था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 73 वर्षीय कमला प्रसाद-बिसेसर त्रिनिदाद और टोबैगो की दो बार प्रधानमंत्री बनी हैं. पहली बार 2010 से 2015 तक प्रधानमंत्री रहीं और अभी वर्तमान में भी फिर से देश की कमान संभाल रही हैं. वे इस द्वीपीय कैरीबियाई राष्ट्र की पहली और अब तक की एकमात्र महिला प्रधानमंत्री हैं. बिसेसर देश की प्रतिष्ठित राजनीतिक पार्टी यूनाइटेड नेशनल कांग्रेस (UNC) की नेता हैं और वकील के रूप में भी उन्होंने लंबा करियर बनाया है.
कमला बिसेसर का जन्म त्रिनिदाद में हुआ था, लेकिन उनकी जड़ें भारत के बिहार राज्य से जुड़ी हैं. उनके पूर्वज 19वीं सदी में गिरमिटिया प्रथा के तहत भारत से त्रिनिदाद ले जाए गए थे. बक्सर जिले के भेलूपुर गांव को कमला बिसेसर का पैतृक गांव माना जाता है. जब वह पहली बार प्रधानमंत्री बनी थीं, तब इस गांव में जश्न का माहौल था और आज भी उन्हें वहां "बिहार की बेटी" कहा जाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिनिदाद में बिसेसर से मुलाकात की और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की. यह मुलाकात त्रिनिदाद की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को दिए गए विशेष निमंत्रण पर हो रही है. एयरपोर्ट पर बिसेसर ने खुद पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. इस दौरान दोनों नेताओं ने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया.
इस मुलाकात के जरिए भारत और त्रिनिदाद व टोबैगो के संबंधों को और मजबूती मिलने की उम्मीद है. दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक, व्यापारिक और प्रवासी भारतीयों के माध्यम से पहले से ही मजबूत संबंध हैं. कमला बिसेसर जैसे नेताओं की मौजूदगी इन रिश्तों को और गहराई देती है.