नई दिल्ली: चीन की ओर से जारी किए गए विवादित नक्शे के मामले में अब जापान ने भी भारत का समर्थन किया है. जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाज़ू मात्सुनो ने में चीन की तरफ से जारी नए नक्शे पर आपत्ति जताते हुए चीन से इस नक्शे को वापस लेने के लिए कहा है. जापान ने कहा कि हमने चीन से इस नक्शे को वापस लेने को कहा है क्योंकि इसमें चीन ने जापान के ओकिनावा प्रांत के सेनकाकू द्वीप पर दावा किया है.
यह द्वीप जापान का अभिन्न हिस्सा
मात्सुनो ने चीन को दो टूक देते हुए कहा कि यह द्वीप जापान का अभिन्न हिस्सा है और जापान के लिए इसका ऐतिहासिक महत्व है. आपको बता दे, जापान से पहले फिलीपींस, मलेशिया, वियतनाम और ताइवान ने भी चीन के स्टैंडर्ड मैप का विरोध करते हुए भारत का साथ दिया था.
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जापान के विरोध पर भड़का चीन
जापान की तरफ से दर्ज की गई इस आपत्ति को चीन ने सिरे से खारिज किया है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की ओर से इस द्वीप को लेकर जापान के दावों का खंडन किया गया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ओयू द्वीप और उसके आसपास का द्वीप चीन का हिस्सा है और इसे स्टैंडर्ड मैप में दर्शाना गलत नहीं है.
गौरतलब है कि चीन की ओर ने बीते दिनों एक नया नक्शा जारी किया गया है. इस नक्शे में भारत के अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को भी चीन ने अपना बताया है.
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