इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव एक नए मोड़ पर पहुंच गया है. मंगलवार (17 जून) को इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज़ ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को चेतावनी दी कि उनका हश्र इराक के पूर्व तानाशाह सद्दाम हुसैन जैसा हो सकता है.
न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के हवाले से काट्ज़ ने कहा, "उस पड़ोसी देश के तानाशाह को याद करें, जिसने इजरायल के खिलाफ यह रास्ता अपनाया था." सद्दाम हुसैन को मानवता के खिलाफ अपराधों जिनमें हत्या, अवैध कारावास, निर्वासन और यातना शामिल हैं. उसके लिए दोषी ठहराया गया था और उन्हें फांसी की सजा दी गई थी. दिसंबर 2006 में इराकी अदालत द्वारा उनकी सजा को बरकरार रखने के कुछ दिनों बाद सद्दाम को फांसी दे दी गई थी.
ट्रंप की हस्तक्षेप की खबरें
इस चेतावनी के बीच एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने न्यूज़ एजेंसी एएफपी को बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल को अयातुल्ला खामेनेई की हत्या करने से रोकने के लिए हस्तक्षेप किया था. हालांकि, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस संभावना को पूरी तरह खारिज नहीं किया. एबीसी न्यूज़ को दिए एक साक्षात्कार में नेतन्याहू ने कहा, "यह संघर्ष को बढ़ाएगा नहीं, बल्कि इसे खत्म करेगा."
इजरायल की रणनीति: मध्य पूर्व का बदलता चेहरा
नेतन्याहू ने दावा किया कि इजरायल का ईरान के खिलाफ अभियान "मध्य पूर्व का चेहरा बदल रहा है." दोनों देशों के बीच पांचवें दिन भी भारी हमले जारी रहे. हाल ही में इजरायल ने ईरानी सरकारी टीवी भवन पर एक नाटकीय हमला किया, जिसके कारण एक प्रस्तोता को प्रसारण के बीच भागना पड़ा. इसके जवाब में ईरान ने इजरायली न्यूज़ चैनलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है.
परमाणु महत्वाकांक्षा के चलते ईरान में मंडराया युद्ध का खतरा
दशकों की दुश्मनी और छद्म युद्ध के बाद, इजरायल ने पिछले हफ्ते ईरान के खिलाफ एक आश्चर्यजनक हवाई अभियान शुरू किया, जिसका उद्देश्य तेहरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकना था. एक महत्वाकांक्षा जिसे ईरान बार-बार नकारता रहा है. इस अचानक भड़के तनाव ने व्यापक युद्ध की आशंका को जन्म दिया है. ट्रंप ने ईरान को बातचीत की मेज पर लौटने का आह्वान किया है, क्योंकि इजरायल के हमलों ने चल रही परमाणु वार्ताओं को पटरी से उतार दिया है.
तेहरान के लिए ट्रंप की चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को तेहरान के सभी निवासियों के लिए एक असाधारण चेतावनी जारी की, जिसमें "तत्काल निकासी" की सलाह दी गई. यह चेतावनी इजरायल की सेना की उस संकुचित चेतावनी से मिलती-जुलती थी, जिसमें राजधानी के उस इलाके को खाली करने को कहा गया था, जहां बाद में टीवी स्टेशन पर हमला हुआ. इजरायल के हमलों में कम से कम 224 लोग मारे गए हैं, जिनमें शीर्ष सैन्य कमांडर, परमाणु वैज्ञानिक और आम नागरिक शामिल हैं.
ईरान का जवाबी हमला
ईरान ने इजरायल के हमलों के जवाब में कई मिसाइल हमले किए. ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने सोमवार शाम को दावा किया कि ये हमले "भोर तक बिना रुके" जारी रहेंगे. तेल अवीव के निवासियों को मंगलवार तड़के कुछ समय के लिए शरण लेने को कहा गया, जब ईरान ने इजरायल के कई शहरों पर हमले किए, जिनमें मरने वालों की संख्या दो दर्जन से अधिक हो गई.