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Iran–Israel Tensions: राष्ट्रपति पेजेशकियन का ऐलान, इजरायल को मिलेगा करारा जवाब! परमाणु कार्यक्रम के लिए तैयार ईरान

Iran–Israel Tensions: ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने इजरायल के खिलाफ युद्ध की चेतावनी देते हुए कहा है कि उनका देश किसी भी हमले का करारा जवाब देने के लिए तैयार है. उन्होंने साफ किया कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए जारी रखेगा, भले ही अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़े.

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Edited By: Babli Rautela
Iran President Masoud Pezeshkian
Courtesy: Social Media

Iran–Israel Tensions: ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने इजरायल के खिलाफ युद्ध की चेतावनी देते हुए कहा है कि उनका देश किसी भी हमले का करारा जवाब देने के लिए तैयार है. उन्होंने साफ किया कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए जारी रखेगा, भले ही अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़े. यह बयान ऐसे समय में आया है, जब पिछले महीने इजरायल और अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले किए थे, जिसमें कई टॉप वैज्ञानिकों की मौत हुई थी.

अल जजीरा को दिए एक इंटरव्यू में पेजेशकियन ने कहा, 'हम इज़राइल के किसी भी नए सैन्य कदम के लिए पूरी तरह तैयार हैं और हमारे सशस्त्र बल इजरायल के भीतर फिर से हमला करने के लिए तैयार हैं.' उन्होंने 24 जून को लागू हुए युद्धविराम पर कमेंट करते हुए कहा, 'हम इसे लेकर बहुत आशावादी नहीं हैं. इसलिए हमने किसी भी संभावित स्थिति और किसी भी संभावित प्रतिक्रिया के लिए खुद को तैयार कर लिया है. इजरायल ने हमें नुकसान पहुंचाया है, और हमने भी उसे नुकसान पहुंचाया है. उसने हमें जोरदार प्रहार किए हैं, और हमने उसकी गहराई में जाकर उसे कड़ी चोट पहुंचाई है, लेकिन वह अपने नुकसान को छुपा रहा है.'

इजरायल का नेतृत्व खत्म करने का मंसूबा नाकाम  

पेजेशकियन ने इजरायल के हमलों को ईरान के टॉप नेतृत्व को 'खत्म' करने की कोशिश करार दिया, जो पूरी तरह विफल रही. उन्होंने कहा कि इजरायली हमलों में 900 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर आम नागरिक थे, जबकि ईरानी जवाबी हमलों में इजरायल में कम से कम 28 लोगों की मौत हुई. पेजेशकियन ने जोर देकर कहा कि ईरान का दृढ़ संकल्प अटल है और वह किसी भी दबाव के सामने नहीं झुकेगा.

परमाणु कार्यक्रम पर अडिग रुख  

राष्ट्रपति ने साफ किया कि ईरान का यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय कानूनों के दायरे में शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए जारी रहेगा. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे को खारिज करते हुए कहा, 'ट्रंप का यह दावा कि ‘हमारा परमाणु कार्यक्रम समाप्त हो गया है, सिर्फ एक भ्रम है.’ हमारी परमाणु क्षमताएं हमारे वैज्ञानिकों के दिमाग में हैं, न कि हमारे प्रतिष्ठानों में.' उन्होंने यह भी कहा कि ईरान कूटनीति में विश्वास करता है, लेकिन धमकियों को बर्दाश्त नहीं करेगा. 

पेजेशकियन की टिप्पणियां विदेश मंत्री अब्बास अराघची के बयान से मेल खाती हैं, जिन्होंने फॉक्स न्यूज को बताया कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को नहीं छोड़ेगा, लेकिन प्रतिबंधों में राहत के बदले शांतिपूर्ण उद्देश्यों की गारंटी देने को तैयार है. इस बीच, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेजेशकियन से फोन पर बात कर तनाव कम करने की अपील की है.