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जिस बांग्लादेश के विकास से खुश थी दुनिया, ISI ने किया उसे तबाह! शेख हसीना के बेटे ने बताया कैसे बर्बाद हुआ देश

जॉय शेख हसीना ने कहा है कि बांग्लादेश की तबाही के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI जिम्मेदार है. बांग्लादेश में लोकतंत्र की हत्या हुई है. उन्होंने यह भी दावा है कि वहां एक बार फिर लोकतंत्र की बहाली होगी और शेख हसीना अपने देश लौटेंगी. बांग्लादेश के अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है, जिसके नेता मुहम्मद यूनुस हैं. उन्हें बांग्लादेश में आर्थिक-सामाजिक क्रांति लाने के लिए जाना जाता है.

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Edited By: India Daily Live
Sajeeb Wazed
Courtesy: Social Media

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे साजिब वाजेद जॉय ने कहा है कि उनके देश को अशांति में झोंकने वाला कोई और नहीं, उनका पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ही है. पाकिस्तान की खुफिया एंजेसी ने बांग्लादेश सरकार की नाक में दम कर दिया, जिसके बाद वहां श्रीलंका जैसे हालात पैदा हुए और आनन-फानन में प्रधानमंत्री शेख हसीना को जान बचाने के लिए भारत की शरण लेनी पड़ी. अगर वे 45 मिनट और अपने प्रधानमंत्री आवास में टिक जातीं तो पागल भीड़ उन्हें मार डालती. जॉय हसीना ने कहा है कि कई ऐसी परिस्थितियां हैं, जो साफ इशारा कर रही हैं कि बांग्लादेश की अशांति के लिए पाकिस्तान ही जिम्मेदार है. 

पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस पाकिस्तान की अशांति के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है. आरक्षण विरोधी आंदोलन पाकिस्तान में इतने उग्र हो गए कि जगह-जगह हिंसा भड़की जिसमें 200 से ज्यादा लोग मारे गए, सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं. प्रधानमंत्री आवास में प्रदर्शनकारी लुटेरों की शक्ल में आए और सब लूटकर चले गए. प्रदर्शनकारियों ने अंत:वस्त्रों को भी नहीं छोड़ा, उनका फूहड़ प्रदर्शन किया. अब शेख हसीना के बेटे का दावा है कि बांग्लादेश में फिर से लोकतंत्र की बहाली होगी और उनकी मां लौटेंगी.

'बांग्लादेश त्रासदी के लिए ISI जिम्मेदार'

शेख हसीना के बेटे जॉय ने PTI के साथ इंटरव्यू में कहा, 'ऐसे साक्ष्य मिले हैं, जिसके आधार पर मुझे पूरा यकीन है कि इसमें पाकिस्तान की ISI की संलिप्तता है. बांग्लादेश में हो रहे हमले, उनका कॉर्डिनेशन और योजनाबद्ध था. सोशल मीडिया के जरिए इसे भड़काने की कोशिश की गई. सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कुछ भी किया हो, वे इसे बिगाड़ने की कोशिश करते रहे.'

'बिना विदेशी साजिश और आतंकियों की मदद के नहीं भड़की हिंसा'

सजीब वाजेद जॉय ने कहा कि हमलावर हथियारों से पुलिस पर हमला कर रहे थे. इसे केवल विदेशी ताकतें ही मुहैया करा सकती हैं. आतंकी संगठन ही इसमें शामिल हो सकते हैं. उन्होंने दावा किया कि शेख हसीना बांग्लादेश लौटेंगी, जैसे ही वहां लोकतंत्र बहाल होगा, वे अपने देश लौट आएंगी. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वे राजनीति में सक्रिय रहेंगी या संन्यास ले लेंगी. 

'शेख हसीना नहीं छोड़ेंगी देशवासियों को अकेला'

शेख हसीना के बेटे ने कहा कि शेख मुजीब के परिवार ने न देश छोड़ा है, न ही यहां के लोगों को छोड़ा है. आवामी लीग अपना काम करेगी. उन्होंने कहा, 'यह सच है कि मैंने कहा था कि वह बांग्लादेश वापस नहीं लौटेंगी. देश भर में हमारे नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं पर लगातार हमलों के बाद पिछले दो दिनों में बहुत कुछ बदला है. हम अपनों को सुरक्षित रखने के लिए सब कुछ करेंगे, उन्हें अकेला नहीं छोड़ेंगे.'

'बांग्लादेश जरूर लौटेंगी शेख हसीना'

जॉय ने कहा, 'आवामी लीग, बांग्लादेश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है. जैसे ही देश में लोकंत्र बहाल होगा, वे बांग्लादेश लौट आएंगी.' जॉय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रिया कहा और कहा कि बांग्लादेश पर लोकतंत्र की बहाली के लिए वैश्विक दबाव पड़े. उन्होंने कहा कि भारत हमारे हर सुख और दुख का साथी है.  जॉय ने अंतरिम प्रधानमंत्री और नोबोल पुरस्कार विजेदा रहे मोहम्मद यूनुस से अपील की है कि वे जल्द से जल्द लॉ एंड ऑर्डर अपने काबू में लें और अराजतका खत्म करें. यह देश, इस क्षेत्र का नया अफगानिस्तान बन रहा है.