रावलपिंडी: शनिवार को पूरे रावलपिंडी में भारी सुरक्षा तैनात की गई क्योंकि अधिकारियों ने संभावतः विरोध प्रदर्शनों की आशंका जताई है. जब जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने तोशाखाना 2 भ्रष्टाचार मामले में अपनी कथित आरोप सिद्ध हो गए.
उसके बाद उन्होंने अपने समर्थकों से सड़कों पर उतरने का आह्वान किया . जिस कारण कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर में 1,300 से अधिक पुलिसकर्मियों और सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है.
शनिवार को रावलपिंडी में उस समय भारी सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई, जब जेल में बंद इमरान खान ने अपने समर्थकों से सड़कों पर उतरने की अपील की. यह अपील तोशाखाना-2 भ्रष्टाचार मामले में सजा सुनाए जाने के बाद की गई. अधिकारियों को आशंका थी कि इमरान खान की पार्टी के कार्यकर्ता बड़े पैमाने पर प्रदर्शन कर सकते हैं.
एक रिपोर्ट के अनुसार, तैनात बल में दो वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक, सात उपाधीक्षक, करीब 30 इंस्पेक्टर और थाना प्रभारी, 90 से ज्यादा वरिष्ठ अधिकारी और 300 से अधिक कांस्टेबल शामिल थे.
73 वर्षीय इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को शनिवार को तोशाखाना-2 मामले में 17-17 साल की सजा सुनाई गई. यह फैसला रावलपिंडी की अडियाला जेल में स्थित विशेष अदालत ने सुनाया गया, जहां इमरान अगस्त 2023 से बंद हैं.
फैसले के बाद इमरान खान के सोशल मीडिया अकाउंट से एक संदेश पोस्ट किया गया, जिसमें पार्टी नेताओं से आंदोलन की तैयारी करने को कहा गया. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि यह संदेश किसने पोस्ट किया, क्योंकि जेल में रहते हुए इमरान को सोशल मीडिया की अनुमति नहीं है.
पीटीआई की आई रिपोर्ट के अनुसार यह मामला 2021 में सऊदी सरकार से मिले महंगे उपहारों से जुड़ा है. आरोप है कि इमरान खान और बुशरा बीबी ने कीमती घड़ियां और आभूषण सरकारी नियमों के अनुसार जमा कराए बिना ही बेच दिए.
अदालत ने दोनों को आपराधिक धोखा और भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में दोषी ठहराया. साथ ही उन पर भारी जुर्माना भी लगाया गया है.
फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए इमरान खान ने कहा कि उन्हें और उनकी पत्नी को जेल में मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. उनका आरोप है कि उन्हें किताबें, टीवी और परिजनों से मुलाकात जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं दी जा रही हैं.