हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को 2025-26 शैक्षणिक वर्ष के लिए अंतरराष्ट्रीय छात्रों को नामांकन देने का अधिकार खोना पड़ा है. अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (डीएचएस) ने यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट एंड एक्सचेंज विजिटर प्रोग्राम (एसईवीपी) प्रमाणन को रद्द कर दिया है. डीएचएस सचिव क्रिस्टी नोएम ने 22 मई को हार्वर्ड को भेजे पत्र में यह आदेश दिया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस फैसले के बाद से हावर्ड यूनिवर्सिटी अब एफ-1 या जे-1 वीजा के तहत विदेशी छात्रों को प्रवेश नहीं दे सकता, और वर्तमान अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अपनी वीजा स्थिति बनाए रखने के लिए अन्य संस्थानों में स्थानांतरित होना होगा.
जानें क्रिस्टी नोएम ने अपने खत में क्या कहा!
दरअसल, क्रिस्टी नोएम ने अपने पत्र में लिखा, "सभी विश्वविद्यालयों को होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के नियमों का पालन करना होगा, जिसमें स्टूडेंट एंड एक्सचेंज विजिटर प्रोग्राम के तहत रिपोर्टिंग आवश्यकताएं शामिल हैं. यहूदी छात्रों के प्रति शत्रुतापूर्ण माहौल, हमास समर्थक भावनाओं को बढ़ावा देने और नस्लवादी 'विविधता, इक्विटी और समावेशन' नीतियों को लागू करने के कारण आपने इस विशेषाधिकार को खो दिया है.
" उन्होंने आगे कहा, "एसईवीपी प्रमाणन रद्द होने से हार्वर्ड 2025-26 शैक्षणिक वर्ष के लिए एफ- या जे- गैर-आप्रवासी स्थिति वाले किसी भी विदेशी छात्र को नामांकन नहीं दे सकता. मौजूदा एफ- या जे- स्थिति वाले छात्रों को अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए दूसरी यूनिवर्सिटी में स्थानांतरित होना होगा."
पुनर्प्राप्ति के लिए क्या हैं शर्तें!
नोएम ने बताया कि हावर्ड यूनिवर्सिटी 72 घंटों के भीतर छह शर्तों को पूरा करके और अनुरोधित जानकारी प्रदान करके एसईवीपी प्रमाणन पुनः प्राप्त कर सकता है, इन शर्तों में शामिल हैं: