Iran News: गाजा में सक्रिय चरमपंथी इस्लामी समूह हमास का मुखिया इस्माइल हानिया और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद का सरगना जियाद अल नखला ने ईरानी राष्ट्रपति से मुलाकात की है. दोनों की मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. हमास के शीर्ष नेताओं की यह मुलाकात रमजान महीने के आखिरी हफ्ते में हुई है.
रिपोर्ट के अनुसार, ईरान दोनों आतंकी समूहों के बीच सुलह कराने की कोशिश कर रहा है. सात अक्टूबर के हमले में इन दोनों समूहों की भागीदारी थी. इजरायल द्वारा जवाबी कार्रवाई के बाद दोनों समूहों के बीच फंडिंग को लेकर विवाद गहरा गया और अलग हो गए. इस वजह से गाजा में इजरायली सेना को अपने ऑपरेशन संचालित करने में मदद मिल रही है. ईरान दोनों समूहों को साथ लाकर सुलह कराना चाहता है.
फिलिस्तीन के इस्लामिक जिहाद के प्रमुख जियाद अल नखला ने ईरान के विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान से भी मुलाकात की. दोनों के बीच गाजा में इस्लामिक जिहाद की भूमिका पर भी लंबी बातचीत हुई.
रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी नेतृ्त्व में इजरायल के खिलाफ जंग में गाजा और फिलिस्तीन में विरोधी धारा वाले संगठनों की एकता को एक मुक्त फिलिस्तीन राष्ट्र की संपत्ति माना है. फिलिस्तीनी इन संगठनों के बारे में राय रखते हैं कि इन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई मोर्चों पर फिलिस्तीनी हित की बात की है और उन्हें दुनिया के सामने रखा है.
बैठक में हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के नेताओं ने गाजा पट्टी में संघर्ष विराम वार्ता में फिलिस्तीनी प्रतिरोध की शर्तों पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि गाजा में शांति तभी हो सकती है जब उनकी शर्तों को माना जाएगा. हमास के नेता ने गाजा पट्टी से इजरायली सेना की पूर्ण वापसी, गाजा शरणार्थियों की वापसी, मानवीय सहायता की मदद और कैदियों की अदला-बदली पर जोर दिया है.