Google CEO Sundar Pichai called Donald Trump: गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बधाई देने के लिए फोन किया. हालांकि, इस बातचीत में अप्रत्याशित रूप से टेस्ला और स्पेसएक्स के प्रमुख एलन मस्क भी शामिल हो गए. एक रिपोर्ट के अनुसार, जब पिचाई ट्रंप से फोन पर बात कर रहे थे, मस्क ने भी कॉल पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई.
ट्रंप और टेक्नोलॉजी दिग्गजों के बीच संबंध चर्चा का विषय बनते जा रहे हैं. चुनाव से पहले ट्रंप ने एपल के सीईओ टिम कुक से यूरोपीय संघ द्वारा लगाए गए वित्तीय प्रतिबंधों पर चर्चा की थी. ट्रंप ने खुद एक इंटरव्यू में बताया, "टिम कुक ने मुझे कुछ घंटे पहले फोन किया था." इस प्रकार, टेक कंपनियों के सीईओ और ट्रंप के बीच बढ़ते संवाद का सिलसिला जारी है.
एलन मस्क ने हाल के महीनों में ट्रंप के साथ अपने संबंध मजबूत किए हैं. वह ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित घर पर अक्सर देखे जाते हैं और राष्ट्रपति-चुनाव के फैसलों में सलाह भी देते हैं. मस्क ने कई मौकों पर विश्व नेताओं के साथ ट्रंप की कॉल्स में भाग लिया और उनके प्रशासनिक फैसलों पर सुझाव दिए. मजाकिया अंदाज में, उन्हें "फर्स्ट बडी" का खिताब भी दिया गया है.
एलन मस्क ने रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की दूसरी चुनावी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मस्क ने ट्रंप समर्थक एक संगठन को लगभग $119 मिलियन का दान दिया. यह योगदान उनकी कंपनियों को सरकारी सहयोग और नियामक सुरक्षा सुनिश्चित करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.
मस्क के व्यवसाय, जैसे टेस्ला के इलेक्ट्रिक वाहन, न्यूरालिंक के ब्रेन चिप्स और स्पेसएक्स के रॉकेट, सरकारी नीतियों और सब्सिडी पर काफी निर्भर करते हैं. उन्होंने न केवल आर्थिक रूप से ट्रंप का समर्थन किया, बल्कि चुनाव प्रचार के दौरान सार्वजनिक रूप से भी उनके लिए भाषण दिए.
एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बढ़ते संबंध, विशेष रूप से सरकारी नीतियों और तकनीकी कंपनियों पर इसके प्रभाव को लेकर चर्चाओं में हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि टेक्नोलॉजी क्षेत्र और राजनीति के इस गठजोड़ का भविष्य में क्या प्रभाव पड़ेगा.