बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने हाल ही में घोषणा की है कि देश में 13वां संसदीय चुनाव 2026 की पहली छमाही में अप्रैल के महीने में होगा. इस घोषणा ने उन अटकलों पर विराम लगा दिया है, जो चुनाव की तारीख को लेकर दिसंबर 2025 से जून 2026 तक चल रही थीं. इस लेख में हम इस महत्वपूर्ण घोषणा के विभिन्न पहलुओं को समझेंगे.
मुहम्मद यूनुस ने ईद-उल-अज़हा की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए यह महत्वपूर्ण घोषणा की. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग जल्द ही एक विस्तृत रोडमैप प्रस्तुत करेगा, जिसमें चुनाव की तारीख और अन्य तैयारियों का विवरण होगा. यूनुस ने इस समयसीमा को देशवासियों द्वारा दिए गए जनादेश को लागू करने का एक कदम बताया.
निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव का वादा
यूनुस ने अपने संबोधन में जोर दिया कि उनकी सरकार का लक्ष्य बांग्लादेश के इतिहास में सबसे निष्पक्ष, स्वतंत्र और प्रतिस्पर्धी चुनाव करवाना है. इसके लिए सभी पक्षों के साथ बातचीत शुरू की गई है. उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि यह चुनाव न केवल पारदर्शी हो, बल्कि देशवासियों के बीच व्यापक रूप से स्वीकार्य भी हो.”
सुधारों पर चल रहा काम
मुहम्मद यूनुस ने यह भी बताया कि चुनाव की तैयारियों के साथ-साथ देश में न्याय, प्रशासन और अन्य क्षेत्रों में सुधारों पर भी काम चल रहा है. इन सुधारों का उद्देश्य एक मजबूत और पारदर्शी व्यवस्था बनाना है, जो चुनाव को और अधिक विश्वसनीय बनाए. उन्होंने कहा कि इन सुधारों की समीक्षा के बाद ही अप्रैल 2026 में चुनाव कराने का निर्णय लिया गया है.
चुनाव आयोग की भूमिका
यूनुस ने स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग जल्द ही एक विस्तृत योजना पेश करेगा, जिसमें मतदाता सूची तैयार करने से लेकर मतदान और परिणामों की घोषणा तक की प्रक्रिया शामिल होगी. यह रोडमैप देशवासियों को समय पर उपलब्ध कराया जाएगा ताकि सभी को चुनाव प्रक्रिया की स्पष्ट जानकारी हो.
जनता के लिए क्या मायने रखता है यह ऐलान?
इस घोषणा ने बांग्लादेश की जनता के बीच एक नई उम्मीद जगाई है. लंबे समय से चली आ रही अनिश्चितता के बाद, अब लोगों को यह स्पष्ट हो गया है कि अगला आम चुनाव कब होगा. यह समयसीमा सरकार को सुधारों को लागू करने और एक मजबूत लोकतांत्रिक प्रक्रिया सुनिश्चित करने का अवसर देगी.