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India Daily

गाजा पीस के नाम पर हमास दे रहा धोखा! इजरायली बंधकों के नाम पर दे रहा 'नकली शव'

Gaza Peace: इजराइल ने दावा किया है कि हमास द्वारा संघर्षविराम समझौते के तहत लौटाए गए चार शवों में से एक किसी इजरायली बंधक का नहीं है.

Kuldeep Sharma
Edited By: Kuldeep Sharma
Israel
Courtesy: social media

Gaza Peace: गाजा युद्ध के बीच जारी संघर्षविराम की शर्तों पर नया विवाद खड़ा हो गया है. इजराइल की सेना ने बुधवार को कहा कि हमास ने मंगलवार को जो चार शव लौटाए, उनमें से एक शव किसी भी बंधक से मेल नहीं खाता. 

यह दावा ऐसे वक्त में आया है जब अमेरिका की मध्यस्थता में हुए इस युद्धविराम समझौते के तहत हमास और इजराइल दोनों अपने-अपने बंधकों और शवों को लौटाने की प्रक्रिया में हैं.

'एक शव बंधक का नहीं'

इजरायली सेना ने बताया कि मंगलवार को हमास द्वारा लौटाए गए चार शवों का रातभर फॉरेंसिक परीक्षण किया गया. जांच के बाद मेडिकल अधिकारियों ने निष्कर्ष निकाला कि उनमें से एक शव किसी भी ज्ञात बंधक से मेल नहीं खाता. सेना ने इसे गंभीर उल्लंघन बताते हुए कहा कि, 'हमास को मृत बंधकों के शव लौटाने के लिए सभी आवश्यक प्रयास करने होंगे.'

सोमवार से अब तक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में हुए युद्धविराम समझौते के तहत हमास ने 20 जीवित इजरायली बंधक और आठ शव लौटाए हैं. इनमें छह इजरायली, एक नेपाली और एक अब तक अज्ञात शव शामिल हैं.

युद्धविराम के उल्लंघन की शिकायत

हमास प्रवक्ता हाजिम कासेम ने टेलीग्राम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि समूह समझौते के तहत बंधकों के शव लौटाने की प्रक्रिया पर काम कर रहा है. हालांकि, उन्होंने इजराइल पर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया और कहा कि मंगलवार को पूर्वी गाजा और रफाह में इजरायली फायरिंग से कई लोग मारे गए. इजराइल के रक्षा मंत्री इस्राएल काट्ज ने पलटवार करते हुए कहा कि सेना समझौते के तहत तय लाइनों के भीतर ही कार्रवाई कर रही है और चेतावनी दी कि जो भी उन सीमाओं के पास आएगा, उसे निशाना बनाया जाएगा.

पिछली बार भी लौटाया गया था गलत शव

यह पहला मौका नहीं है जब हमास ने गलत शव लौटाया हो. इससे पहले इसी साल, एक पिछले युद्धविराम के दौरान भी हमास ने दावा किया था कि उसने शिरी बिबास और उसके दो बेटों के शव लौटाए हैं. बाद में जांच में पाया गया कि लौटाए गए शवों में से एक फिलिस्तीनी महिला का था. बिबास का असली शव एक दिन बाद लौटाया गया था. इस ताजा घटना ने बंधकों के परिजनों को झकझोर दिया है, जो पहले से ही गहरे दुख और अनिश्चितता में हैं. बुधवार को दो बंधकों के शवों को दफनाया गया, जहां लोगों ने तिरंगे झंडों के साथ सड़कों पर खड़े होकर मौन श्रद्धांजलि दी.

तनाव बढ़ा, लेकिन प्रयास जारी

प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि इजराइल अंतिम बंधक के लौटने तक अपने प्रयास नहीं रोकेगा. उन्होंने चेतावनी दी, 'हम इस पर कोई समझौता नहीं करेंगे'. उधर, गाजा के अस्पतालों ने दावा किया है कि उन्हें इजराइल द्वारा लौटाए गए 45 फिलिस्तीनी नागरिकों के शव मिले हैं. सोमवार को जहां इजराइल में जीवित बंधकों की वापसी पर खुशी मनाई गई, वहीं फिलिस्तीनी इलाकों में करीब 2000 कैदियों की रिहाई पर जश्न देखा गया. लेकिन अब इस नए विवाद के बाद युद्धविराम की स्थिरता पर सवाल उठने लगे हैं.