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फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति सरकोजी पाए गए दोषी, लीबिया के गद्दाफी से फंड लेने का मामला

पेरिस की एक अदालत ने पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को तत्कालीन लीबियाई नेता मुअम्मर गद्दाफी की सरकार से धन लेकर 2007 के अपने राष्ट्रपति अभियान के कथित अवैध फंडिंग के मुकदमे में गुरुवार को कुछ आरोपों में दोषी पाया.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Former French President Sarkozy
Courtesy: Social Media

Former French President Sarkozy: पेरिस की एक अदालत ने पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को तत्कालीन लीबियाई नेता मुअम्मर गद्दाफी की सरकार से धन लेकर 2007 के अपने राष्ट्रपति अभियान के कथित अवैध फंडिंग के मुकदमे में गुरुवार को कुछ आरोपों में दोषी पाया.  कोर्ट ने उन्हें विदेश से चुनाव जीतने के लिए गैरकानूनी पैसे लेने के मामले में दोषी ठहराया है। 

अदालत अभी भी अपने फैसले पर विस्तार से विचार कर रही है और उसने 70 वर्षीय सरकोजी को तुरंत सजा नहीं सुनाई है. यह फैसला गुरुवार को अदालती कार्यवाही के दौरान बाद में सुनाया जाएगा. सरकोजी इस फैसले के खिलाफ अपील कर सकते हैं, जिससे अपील लंबित रहने तक उनकी सजा निलंबित रहेगी.

पत्नी कार्ला ब्रूनी के साथ कोर्ट में पहुंचे सरकोजी

सार्कोज़ी अपनी पत्नी, गायिका और मॉडल कार्ला ब्रूनी-सार्कोज़ी के साथ पत्रकारों और आम जनता से भरे एक अदालत कक्ष में दाखिल हुए. सार्कोज़ी अभियुक्तों की सीटों की अगली पंक्ति में बैठे थे. उनके तीन वयस्क बेटे भी कमरे में मौजूद थे. यदि दोषी करार दिया जाता है तो 70 वर्षीय सरकोजी फ्रांस के पहले पूर्व राष्ट्रपति होंगे जिन्हें पद जीतने के लिए अवैध विदेशी धन स्वीकार करने का दोषी पाया जाएगा.

सार्कोजी, जो 2007 में निर्वाचित हुए थे, लेकिन 2012 में चुनाव हार गए थे, ने इस वर्ष के शुरू में तीन महीने तक चले मुकदमे के दौरान सभी गलत कामों से इनकार किया था, जिसमें तीन पूर्व मंत्रियों सहित 11 सह-प्रतिवादी भी शामिल थे. अनेक कानूनी घोटालों के बावजूद, जिनके कारण उनकी राष्ट्रपति पद की विरासत पर संकट के बादल छा गए हैं, ब्रूनी-सरकोजी से अपने विवाह के कारण, सरकोजी फ्रांस की दक्षिणपंथी राजनीति और मनोरंजन जगत में एक प्रभावशाली व्यक्ति बने हुए हैं.

क्या है मामला?

सरकोजी दोषी करार दिए जाने के खिलाफ अपील कर सकते हैं, जिससे अपील लंबित रहने तक उनकी सज़ा निलंबित रहेगी. अभियोजकों ने सात साल की जेल की सजा की वकालत की है. इन आरोपों की जड़ें 2011 में हैं, जब एक लीबियाई समाचार एजेंसी और स्वयं गद्दाफी ने कहा था कि लीबियाई राज्य ने सरकोजी के 2007 के अभियान में गुप्त रूप से लाखों यूरो का निवेश किया था. 2012 में, फ्रांसीसी खोजी आउटलेट मीडियापार्ट ने एक लीबियाई खुफिया ज्ञापन प्रकाशित किया, जिसमें 50 मिलियन यूरो के वित्तपोषण समझौते का उल्लेख था. सार्कोज़ी ने इस दस्तावेज़ को जालसाज़ी बताते हुए मानहानि का मुकदमा दायर किया.

जांचकर्ताओं ने 2005 और 2007 में सरकोजी के गृह मंत्री रहते हुए उनके करीबी लोगों द्वारा की गई लीबिया यात्राओं की भी जांच की, जिनमें उनके चीफ ऑफ स्टाफ भी शामिल थे. 2016 में, फ्रेंको-लेबनानी व्यवसायी ज़ियाद ताकीदीन ने मीडियापार्ट को बताया था कि उन्होंने त्रिपोली से नकदी से भरे सूटकेस सार्कोज़ी के कार्यकाल में फ्रांसीसी गृह मंत्रालय को पहुँचाए थे. बाद में उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया.