Brigitte Macron Transgender Claims: फ्रांस में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और उनकी पत्नी ब्रिगिट मैक्रों कई अजीबोगरीब अफवाहों से जूझ रहे हैं. इनमें दावा किया जा रहा है कि ब्रिगिट असल में एक ट्रांसजेंडर महिला हैं. ये आरोप ऑनलाइन तेजी से वायरलो ह रहे हैं. राष्ट्रपति मैक्रों को यह साबित करना पड़ा कि उनकी पत्नी ट्रांसजेंडर नहीं हैं.
उनके वकील, टॉम क्लेयर ने बताया कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति अमेरिकी अदालत में फोटोग्राफिक और साइंटिफिक प्रूफ पेश करेंगे. यह कदम अमेरिकी राइट-विंग इफ्लूएंसर कैंडेस ओवेन्स के खिलाफ इन दावों को दोहराने के लिए मानहानि का मुकदमा दायर करने के बाद उठाया गया है.
क्लेयर के अनुसार, उनकी पत्नी की पहचान साबित करने के लिए उनकी प्रेग्नेंसी और बच्चों के बड़े होने के दौरान की फोटोज पेश की जाएंगी. क्लेयर ने मैक्रों पर इस तरह का आरोप लगाना आपत्तिजनक बताया. साथ ही इस बात पर निराशा जताई कि इस तरह के सबूत देने पड़ रहे हैं.
ब्रिगिट मैक्रों पर अजीबोगरीब आरोप 2017 में लगने शुरू हुए थे. इस दौरान नताशा रे नाम की एक ब्लॉगर ने एक यूट्यूब वीडियो पोस्ट किया था. इसमें उन्होंने दावा किया था कि ब्रिगिट असल में उनके भाई जीन-मिशेल ट्रोग्नेक्स हैं. इन्होंने अपना जेंडर और नाम बदल लिया है.
नताशा रे ने 2022 में होने वाले फ्रांसीसी राष्ट्रपति चुनावों से ठीक पहले, 2021 में अमांडाइन रॉय नाम के एक स्प्रीचुअल मीडियम के जरिए फिर से इस दावे को दोहराया. रे ने एक बचपन की फोटो शेयर की, जिसके बारे में उनका दावा था कि वह ब्रिगिट मैक्रों से मिलती-जुलती है, जिसने अफवाहों को और हवा दे दी.
मैक्रों ने नताशा रे और रॉय पर मानहानि का मुकदमा दायर किया. सितंबर 2024 में एक अदालत ने उन्हें दोषी पाया. हालांकि, जुलाई 2025 में, पेरिस एपलेट कोर्ट ने यह कहते हुए फैसला को पलट दिया कि था.
2024 में, अमेरिका की जानी-मानी राजनीतिक टिप्पणीकार कैंडेस ओवेन्स ने भी इन आरोपों को दोहराया था. उन्होंने दावा किया था कि ब्रिगिट मैक्रों एक पुरुष हैं. ओवेन्स ने तो यहां तक भी कहा था कि इस दावे के लिए वो अपनी पूरी प्रोफेशनल रेप्यूटेशन दांवा पर लगा देंगी. इसके चलते मैक्रों परिवार ने जुलाई में ओवेन्स के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया. हालांकि, ओवेन्स ने मुकदमे को पब्लिक रिलेशन स्ट्रेटिजी बताते हुए खारिज कर दिया.