दुनिया के सबसे प्रभावशाली उद्यमियों में से एक एलन मस्क ने ज़ेरोधा के कोफाउंडर निखिल कामत के पॉडकास्ट पर दिलचस्प खुलासे किए है. इस बातचीत में मस्क ने अपनी निजी जिंदगी से लेकर करियर और वैश्विक टेक इंडस्ट्री तक कई मुद्दों पर बात की है. इसी दौरान मस्क ने पहली बार यह बताया कि उनकी पार्टनर शिवॉन जिलिस का भारत से पैतृक संबंध है.
मस्क ने कहा कि शिवॉन आधी भारतीय हैं और उनका यह संबंध जन्म से जुड़ा है, परवरिश से नहीं. उन्होंने बताया कि बचपन में ही शिवॉन को गोद ले लिया गया था और वह कनाडा में पली बढ़ीं. मस्क के अनुसार शिवॉन के जैविक पिता संभवतः भारत से किसी यूनिवर्सिटी में पढ़ने आए विदेशी छात्र थे.
पॉडकास्ट में मस्क ने एक और अहम खुलासा किया. उन्होंने बताया कि उनके एक बेटे का मध्य नाम शेखर है जो भारतीय अमेरिकी वैज्ञानिक सुब्रह्मण्यन चंद्रशेखर के सम्मान में रखा गया है. मस्क ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि आप जानते हैं या नहीं, लेकिन मेरी पार्टनर शिवॉन आधी भारतीय हैं. मेरे एक बेटे का मध्य नाम चंद्रशेखर के नाम पर शेखर है.'
चंद्रशेखर ने तारों की संरचना और उनके विकास पर गहरा शोध किया था और 1983 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार जीता था. मस्क ने कहा कि विज्ञान और खोज को सम्मान देने की भावना से उन्होंने अपने बेटे के नाम में शेखर जोड़ा.
न्यूरालिंक की डायरेक्टर और AI जगत की अग्रणी आवाज शिवॉन जिलिस लंबे समय से टेक दुनिया का प्रमुख चेहरा रही हैं. वह न्यूरालिंक की डायरेक्टर ऑफ ऑपरेशंस एंड स्पेशल प्रोजेक्ट्स हैं. इससे पहले वह OpenAI और Tesla के साथ भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में जुड़ी रहीं. उन्होंने येल यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र और दर्शनशास्त्र की पढ़ाई की. अपने कॉलेज के दिनों में वह आइस हॉकी टीम की गोलकीपर भी रहीं. Forbes और LinkedIn ने उन्हें युवा प्रभावशाली पेशेवरों की सूची में शामिल किया था. टेक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर उनकी समझ और नेतृत्व क्षमता को वैश्विक मंच पर सराहा जाता है.
मस्क ने बताया कि वह और शिवॉन मिलकर चार बच्चों की देखभाल करते हैं. मस्क के जुड़वां स्ट्राइडर हैं. जुड़वां अजूर, बेटी आर्केडिया, बेटा सेल्डन लिकरगस. मस्क ने कहा कि परिवार और करियर को साथ लेकर चलना चुनौतीपूर्ण है लेकिन दोनों मिलकर इसे आसानी से मैनेज करते हैं.
पॉडकास्ट में मस्क ने भारत और भारतीय पेशेवरों की सराहना करते हुए कहा, 'अमेरिका को प्रतिभाशाली भारतीयों से बहुत लाभ हुआ है.' H 1B वीजा पर मस्क ने साफ कहा, 'यह कहना सही होगा कि H 1B कार्यक्रम का कुछ दुरुपयोग हुआ है लेकिन इसे बंद करना बहुत गलत होगा. सुधार जरूरी हैं पर प्रतिबंध नहीं.'