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India Daily

भारत की अर्थव्यवस्था को नहीं डिगा पाएगी डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ, अमेरिकी एजेंसी ने किया चौंकाने वाला खुलासा

America Tariff Impact on India: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत का टैरिफ लगाया है. ऐसे में अब अमेरिकी एजेंसी ने का मानना है कि भारत की अर्थव्यवस्था पर इसका कोई भी असर नहीं पड़ने वाला है.

Donald Trump Narendra Modi
Courtesy: Social Media

America Tariff Impact on India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आने वाले सामानों पर भारी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. इस खबर से भारत के निर्यातकों में कुछ चिंता जरूर देखी गई. हालांकि, वैश्विक रेटिंग एजेंसी S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने साफ कर दिया है कि इन टैरिफ का भारत की अर्थव्यवस्था पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा. 

अमेरिका ने भारत के आयात पर कुल 50% टैरिफ लगाने की घोषणा की है. इसमें से 25% टैरिफ 7 अगस्त से लागू हो चुका है, जबकि बाकी 25% टैरिफ 28 अगस्त से शुरू होगा. अमेरिका ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है, जब भारत लागातर रूस से तेल खरीद रहा है. ऐसे में अब S&P ग्लोबल रेटिंग्स के निदेशक यीफार्न फुआ का मानना है कि भारत की आर्थिक विकास पर इसका कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा.

भारत का निर्यात और जीडीपी पर प्रभाव

S&P के अनुसार, भारत का अमेरिका को निर्यात देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का केवल 2% है. इसका मतलब है कि भारत का व्यापार अमेरिकी बाजार पर ज्यादा निर्भर नहीं है. इसके अलावा, फार्मास्यूटिकल्स और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे प्रमुख निर्यात क्षेत्रों को इन टैरिफ से छूट मिली हुई है. यीफार्न फुआ ने एक वेबिनार में कहा, "लंबे समय को देखते हुए बात करें तो यह टैरिफ भारत की आर्थिक रफ्तार को रोक नहीं पाएंगे."

भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति

पिछले साल मई में S&P ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को 'BBB-' से बढ़ाकर 'सकारात्मक' कर दिया था. इसका कारण भारत की स्थिर और मजबूत आर्थिक वृद्धि थी. अमेरिकी एजेंसी ने अनुमान लगाया है कि 2025-26 वित्त वर्ष में भारत की GDP 6.5% की दर से बढ़ेगी. यह विकास दर पिछले साल के बराबर है. यह दिखाता है कि भारत की अर्थव्यवस्था न केवल स्थिर है बल्कि लगातार तरक्की भी कर रही है.

भारत-अमेरिका व्यापार और भविष्य

वित्त वर्ष 2024-25 में भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार 186 अरब अमेरिकी डॉलर का था. भारत ने अमेरिका को 86.5 अरब डॉलर का निर्यात किया. इसके अलावा इंडिया का आयात 45.3 अरब डॉलर का रहा. भारत ने 41 अरब डॉलर का व्यापार अधिशेष (ट्रेड सरप्लस) भी बनाए रखा. इससे साफ है कि भारत का व्यापार संतुलित और मजबूत है. S&P का मानना है कि टैरिफ के बावजूद भारत की आर्थिक वृद्धि और सकारात्मक रेटिंग पर कोई असर नहीं पड़ेगा.