नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि जब तक उन्हें यह नहीं लगता कि रूस और यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करने के लिए कोई समझौता हो गया है और फरवरी में पांचवें साल में प्रवेश करने वाले युद्ध को समाप्त नहीं कर दिया गया है, तब तक वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात नहीं करेंगे.
यह बयान उस समय आया जब पहले यह घोषणा की गई थी कि ट्रंप और पुतिन बुडापेस्ट में यूक्रेन शांति वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए मिलेंगे. हालांकि, यह बैठक कभी हुई ही नहीं. ट्रंप ने एयर फोर्स वन में पत्रकारों से कहा, 'मुझे यह जानना होगा कि हम किसी समझौते की दिशा में बढ़ रहे हैं. मैं अपना समय बर्बाद नहीं करूंगा.'
ट्रंप ने कहा, 'व्लादिमीर पुतिन के साथ मेरे हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं, लेकिन यह बहुत निराशाजनक रहा है.' ट्रंप और पुतिन की आखिरी मुलाकात 15 अगस्त को अलास्का में हुई थी, और दोनों पक्षों ने कहा था कि यह बैठक यूक्रेन के साथ मास्को के युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति समझौते तक पहुँचने में कारगर रही.
हालांकि, यूक्रेन युद्ध का अंत फिलहाल दूर दिखाई दे रहा है. शनिवार को रूस के मिसाइल और ड्रोन हमलों में चार लोगों की मौत हुई और करीब 20 लोग घायल हुए. कीव में दो लोगों की मौत और 13 के घायल होने की खबर है. निप्रॉपेट्रोस क्षेत्र में भी दो लोगों की मौत और सात घायल हुए हैं. हमलों में कई इमारतें और घर क्षतिग्रस्त हो गए.
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने अमेरिका से रूस पर और सख्त प्रतिबंध लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि केवल दो कंपनियों पर नहीं, बल्कि पूरे रूसी तेल क्षेत्र पर प्रतिबंध लगाए जाएं. जेलेंस्की ने ब्रिटेन में 24 यूरोपीय नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें भविष्य में रूस की आक्रामकता को रोकने के लिए सैन्य सहयोग का वादा किया गया.
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने हालांकि यह साफ कर दिया है कि रूस फिलहाल किसी तत्काल युद्धविराम के पक्ष में नहीं है. ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की मेजबानी में हुई बैठक में यूरोपीय देशों और अमेरिका ने रूस पर नए आर्थिक प्रतिबंधों का ऐलान किया, जिससे उसके तेल और गैस निर्यात पर दबाव बढ़ाया जा सके.