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खुलकर पाकिस्तान के समर्थन में आया चीन, कहा- पाकिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने में हम उसके साथ खड़े रहेंगे

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने शनिवार को कहा कि उनका देश पाकिस्तान के "संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता, और राष्ट्रीय स्वतंत्रता" को बनाए रखने में उसके साथ खड़ा रहेगा.

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Edited By: Gyanendra Tiwari
China said that we will stand with Pakistan in maintaining its sovereignty territorial integrity Ind
Courtesy: Social Media

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने शनिवार को कहा कि उनका देश पाकिस्तान के "संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता, और राष्ट्रीय स्वतंत्रता" को बनाए रखने में उसके साथ खड़ा रहेगा. यह बयान उन्होंने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक दार से टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान दिया, जो विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में बताया गया.

इस बातचीत के दौरान, दार ने वांग यी को क्षेत्रीय स्थिति के बारे में जानकारी दी. वांग यी ने पाकिस्तान की "संयम" की सराहना करते हुए कहा कि चीन, पाकिस्तान का "आयरन क्लैड दोस्त और हर मौसम का रणनीतिक साझेदार" बनकर हमेशा पाकिस्तान के साथ खड़ा रहेगा.

इसके अलावा, दार ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद से भी बात की, जिन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते का स्वागत किया. दार ने तुर्की के विदेश मंत्री हाकान फिदान से भी बात की और उन्हें क्षेत्रीय स्थिति के बारे में जानकारी दी.

5 बजे से लागू हुआ था सीजफायर का उल्लंघन

भारत और पाकिस्तान ने शनिवार को "पूर्ण और तत्काल" संघर्ष विराम की घोषणा की, जिसका ऐलान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया. ट्रंप ने कहा कि यह संघर्ष विराम अमेरिकी मध्यस्थता के परिणामस्वरूप हुआ. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इसे अमेरिकी द्वारा मध्यस्थता किया गया संघर्ष विराम बताया और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की "समझदारी और दूरदर्शिता" की सराहना की, जिन्होंने शांति के रास्ते को चुना. संघर्ष विराम का ऐलान उस वक्त हुआ, जब भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के सैन्य ठिकानों पर हमला किया, जिससे तनाव और बढ़ गया था.

पाकिस्तान का सीजफायर उल्लंघन

पाकिस्तान द्वारा किया गया यह सीजफायर उल्लंघन जम्मू और कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में हुआ. जम्मू के कई इलाकों में पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी और ड्रोन हमलों के बाद स्थिति बिगड़ गई. इस हमले के कारण स्थानीय प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी पड़ी. पाकिस्तान की ओर से ये हमले सीजफायर समझौते के ठीक कुछ घंटे बाद शुरू हुए थे, जिससे दोनों देशों के बीच फिर से तनाव बढ़ गया.

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