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India Daily

नेपाल के बाद अब इस देश में लाखों लोग सड़कों पर उतरे, पुलिस पर भी किया हमला; जानिए क्या है वजह?

रॉबिन्सन अपने समर्थकों के बीच खुद को पत्रकार और व्हिसलब्लोअर बताते हैं और कहते हैं कि वे सरकार की गलतियों को उजागर करते हैं. उनके समर्थकों में टेस्ला और एक्स के मालिक एलन मस्क जैसे प्रभावशाली नाम भी शामिल हैं. हालांकि, रीफॉर्म यूके जैसी बड़ी एंटी एं -इमिग्रेंट पार्टी उनसेदूरी बनाए रखती है, क्योंकि रॉबिन्सन के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.

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Edited By: Mayank Tiwari
Millions of people took to streets of London
Courtesy: X

ब्रिटेन की राजधानी लंदन में शनिवार (13 सितंबर) को हिंसक झड़पें हुईं, जब दक्षिणपंथी कार्यकर्ता टॉमी रॉबिन्सन के नेतृत्व में एक रैली के लिए 1,10,000 से 1,50,000 लोग इकट्ठा हुए. पुलिस ने बताया कि भीड़ को काबू करने की कोशिश में अधिकारियों को "लात-घूंसों" का सामना करना पड़ा, जिसके बाद 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

न्यूज एजेंसी AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने अनुमान लगाया कि रैली में 110,000 लोग शामिल हुए, जबकि लगभग 5,000 लोग स्टैंड अप टू रेसिज्म द्वारा आयोजित एक विरोध-प्रदर्शन में शामिल हुए थे. लगभग 1,000 पुलिसकर्मी दोनों गुटों को अलग रखने के लिए तैनात किए गए थे, लेकिन स्थिति तब बेकाबू हो गई जब अधिकारी हस्तक्षेप करने लगे.  

जानिए क्या है पूरा मामला?

हालाँकि, जब पुलिस अधिकारी उन्हें रोकने के लिए आगे बढ़े, तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई. पुलिस अधिकारी ने कहा कि कानून प्रवर्तन अधिकारियों को "अस्वीकार्य हिंसा" का सामना करना पड़ा. "उन पर लात-घूंसों से हमला किया गया. बोतलें, फ्लेयर्स और अन्य हथियार फेंके गए। अब तक विभिन्न अपराधों के लिए नौ गिरफ्तारियाँ हो चुकी हैं, लेकिन कई और लोगों की पहचान अपराध करने के आरोप में हुई है.

रॉबिन्सन का ‘सांस्कृतिक क्रांति’ का वादा

यह एंटी-इमिग्रेशन प्रोटेस्ट, जिसे 'यूनाइट द किंगडम' नाम दिया गया था, 42 वर्षीय टॉमी रॉबिन्सन ने लीड किया, जिनके कई आपराधिक रिकॉर्ड हैं और ऑनलाइन लाखों फॉलोअर्स हैं. उन्होंने इसे देश का “उन्होंने इस रैली को देश का "सबसे बड़ा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उत्सव" करार दिया. रॉबिन्सन ने भीड़ से कहा, "चुप बहुमत अब और चुप नहीं रहेगा। आज एक सांस्कृतिक क्रांति की चिंगारी है.

अंग्रेजी और ब्रिटिश झंडे लिए हुए प्रदर्शनकारियों ने वेस्टमिंस्टर ब्रिज को पार किया और फिर डाउनिंग स्ट्रीट के पास एकत्र हुए, जहां यूरोप और उत्तरी अमेरिका के अति-दक्षिणपंथी नेताओं ने भाषण दिए, जिनमें फ्रांसीसी राजनीतिज्ञ एरिक ज़ेमोर और जर्मनी की AfD पार्टी के पेट्र बिस्ट्रोन भी शामिल थे."

या तो आप पलटवार करें या मर जाएं- एलन मस्क

इस बीच एलन मस्क भी वीडियो लिंक के ज़रिए शामिल हुए और उन्होंने भीड़ से कहा, "चाहे आप हिंसा चुनें या न चुनें, हिंसा आपकी ओर आ ही रही है. या तो आप पलटवार करें या मर जाएँ. तख्तियों पर “नावों को रोको” के नारे और कंजर्वेटिव अमेरिकी कार्यकर्ता चार्ली किर्क की तस्वीरें थीं, जिनकी इस हफ्ते के शुरू में हत्या कर दी गई थी.

'हमें अपना देश वापस चाहिए'

यह प्रदर्शन बढ़ती इमिग्रेशन विरोधी भावना के बीच हुआ, जिसमें नाइजेल फैरेज की रिफॉर्म यूके पार्टी को चुनावों में बढ़त मिली और शरणार्थी होटल विरोध का केंद्र बन गए. उधर, 28 साल की रिची ने रिकॉर्ड स्तर के प्रवासन का ज़िक्र करते हुए कहा, "यह एक आक्रमण है." एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, "वे यह नहीं समझते कि हम अपना देश वापस चाहते हैं."

शेफ़ील्ड के एक सेवानिवृत्त बेकर, फिलिप डॉज ने बताया: "रोज अखबारों में आप ऐसी बातें पढ़ते हैं और आप दंग रह जाते हैं, लोगों को सिर्फ़ इसलिए गिरफ़्तार कर लिया जाता है क्योंकि उन्होंने आव्रजन या लैंगिक मुद्दों पर बात करने की हिम्मत की. मैं बहुत परेशान हूँ. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं इस देश में ऐसा देखूँगा.

हमें शरणार्थियों के साथ एकजुटता दिखानी होगी-  डायने एबॉट

नस्लवाद विरोधी मार्च में, लेबर सांसद डायने एबॉट ने कहा कि रॉबिन्सन और उनके सहयोगी "बकवास" और "खतरनाक" झूठ फैला रहे हैं. उन्होंने स्काई न्यूज़ से कहा, "हमें शरणार्थियों के साथ एकजुटता दिखानी होगी और यह दिखाना होगा कि हम एकजुट हैं. पुलिस ने बताया कि दोनों रैलियों को शाम तक खत्म करने की शर्तें लगाई गई थीं, और इसके लिए लंदन के बाहर से अधिकारियों को बुलाया गया था.