Bangladesh Hilsa Fish: बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस खान की अंतरिम सरकार है. शेख हसीना के सत्ता छोड़ने के बाद से ही बांग्लादेश में उथल-पुथल मची है. आरक्षण को लेकर शुरू हुए आंदोलन ने कब विकारल रूप ले लिया और प्रधानमंत्री को देश छोड़ने पर मजबूर कर दिया पता ही नहीं चला. 5 अगस्त को शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने के बाद महोम्मद यूनुस बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख बने थे. वह भारत से रिश्ते को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. बांग्लादेश, दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान 3,000 टन हिल्सा मछली भारत को निर्यात करेगी.
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शनिवार को भारत को हिल्सा मछली के निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटा लिया और घोषणा की कि वह आगामी दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान 3,000 टन हिल्सा का निर्यात करेगी. दुर्गा पूजा उत्सव 9 से 13 अक्टूबर तक मनाया जाएगा.
बांग्लादेशी के वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "निर्यातकों की अपील को ध्यान में रखते हुए भारत को 3,000 टन हिल्सा मछली निर्यात करने की मंजूरी दे दी गई है."
इसी महीने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हिल्सा मछली को भारत निर्यात करने पर रोक लगा दी थी. घरेली आपूर्ती को सुनिश्चित करने के लिए यूनुस सरकार ने ये कदम उठाया था. हालांकि, अब यूनुस सरकार ने हिल्सा मछली पर लगे बैन को हटा दिया है. और साथ ही 3,000 टन हिल्सा मछली को भारत निर्यात करने का फैसला किया है. 2023 में, बांग्लादेश ने दुर्गा पूजा उत्सव के साथ संरेखित करते हुए, 79 कंपनियों को भारत को कुल 4,000 टन हिल्सा मछली निर्यात करने की अनुमति दी.
सितंबर की शुरुआत में भारत के मछली आयातक संघ ने बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन से संपर्क किया और उनसे दुर्गा पूजा के दौरान भारत को हिल्सा के निर्यात की अनुमति देने का आग्रह किया था. 9 सितंबर को लिखे गए एक पत्र में, एसोसिएशन के सचिव, सैयद अनवर मकसूद ने इस बात पर प्रकाश डाला कि हालांकि बांग्लादेश ने 2012 में हिल्सा निर्यात पर प्रतिबंध लागू किया था, लेकिन पिछले पांच वर्षों से सद्भावना के संकेत के रूप में देश सितंबर के पहले सप्ताह से दुर्गा पूजा उत्सव के अंत तक सीमित निर्यात की अनुमति देता रहा है.
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार देश में फैली अव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए काम कर रही है. आरक्षण को लेकर शुरू हुए आंदोलन ने हिंसात्मक रूप ले लिया था, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई थी. अब धीरे-धीरे बांग्लादेश के हालात सुधर रहे हैं.