नई दिल्लीः निर्वासित बलूचिस्तान सरकार की प्रधानमंत्री नाएला कादरी ने यूएन में भारत से मदद मांगी है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान यहां के लोगों पर अत्याचार कर रहा है.
इसके लिए हमें आपके समर्थन की आवश्यकता है. उन्होंने पाक के अवैध कब्जे वाले क्षेत्र की आजादी के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग की है.
गंगा घाट पर आजादी के लिए पूजा
नाएला ने शुक्रवार को हरिद्वार के गंगा तट पर बलूचिस्तान की पाक से आजादी के लिए पूजा अर्चना की.
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत के पीएम मोदी और भाजपा सरकार के पास यूएन में बलूचिस्तान के मसले पर सवाल उठाने का बेहतरीन मौका है.
जिसे यूएन के पटल पर उठाकर पाक द्वारा किए जा रहे अत्याचारों पर दुनिया का ध्यान आकर्षित किया जा सकता है.
चीन भी हो गया है शामिल
उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि एक समय बलूचिस्तान स्वतंत्र राष्ट था.
अब पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान यहां के लोगों के ऊपर अत्याचार कर रहा है. यहां के दुर्लभ खनिज पदार्थों का खनन कर रहा है.
नाएली ने कहा कि पाकिस्तान का साथ अब चीन भी दे रहा है. बलूच लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है.
बलूच बेटियों का हो रहा बलात्कार
कादरी ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा बलूच लड़कियों का बलात्कार किया जाता है.
यहां रहने वाले लोगों के घरों और उनके बगीचों को आग के हवाले कर उनकी संपत्ति को बर्बाद किया जा रहा है.
अगर भारत हमारे लिए यूएन में खड़ा होगा. जिससे बलूचिस्तान को आजादी मिलेगी.
बलूचिस्तान का हर बच्चा पाक के दशहतगर्दों से आजादी चाहता है.हम पाक के अवैध कब्जे से आजादी चाहते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि हम दुनिया भर में बलूचिस्तान की आजादी के लिए समर्थन जुटा रहे हैं.
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