चीन ने हाल ही में एक बयान जारी कर अमेरिका को क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए "सबसे बड़ा खतरा" करार दिया है. यह बयान वैश्विक कूटनीति में तनाव को और बढ़ाने वाला साबित हो सकता है. चीन का यह दावा ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच व्यापार, प्रौद्योगिकी और सैन्य गतिविधियों को लेकर तनातनी चरम पर है.
क्षेत्रीय स्थिरता पर सवाल
चीन के विदेश मंत्रालय ने अपनी घोषणा में कहा कि अमेरिका की सैन्य उपस्थिति और नीतियां एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अस्थिरता का प्रमुख कारण हैं. मंत्रालय ने विशेष रूप से दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी नौसेना की गतिविधियों और क्षेत्रीय देशों के साथ गठजोड़ को आलोचना का निशाना बनाया. चीनी अधिकारियों का कहना है, "संयुक्त राज्य अमेरिका क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा है."
वैश्विक प्रभाव और प्रतिक्रियाएं
चीन का यह बयान वैश्विक मंच पर चर्चा का विषय बन गया है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के साथ तनाव को और गहरा सकता है. चीन ने यह भी आरोप लगाया कि अमेरिका क्षेत्रीय देशों को भड़काकर अपनी सामरिक स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रहा है. इस बीच, अमेरिका ने अभी तक इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है.