नई दिल्ली: लीबिया में भयंकर तूफान डेनियल के बाद आई विनाशकारी बाढ़ के कारण अब तक 5300 लोगों की मौत हो चुकी है. मौत का यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. इसके अलावा हजारों लोग अभी भी लापता है.
लीबिया के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद अबू-लामोशा ने बताया कि डेरना में मरने वालों की संख्या 5300 के पार जा चुकी है. इससे पहले एंबुलेंस प्राधिकरण ने मरने वालों की संख्या 2300 बताई थी.
10,000 लोग लापता
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसाइटीज (IFRC) के लिए लीबिया के दूत तामेर रमादान ने पहले कहा था कि इस अभूतपूर्व बाढ़ की वजह से 10,000 लोग लापता हुए हैं.
मरने वालों की संख्या में हजारों की हो सकती है वृद्धि
जेनेवा में यूएन की ब्रीफिंग में ट्यूनिशिया से पत्रकारों से वीडियो कॉन्फ्रेंस पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या काफी बड़ी है और आने वाले दिनों में इसमें हजारों की वृद्धि हो सकती है. वहीं, संगठन के प्रमुख जगन चपागैन ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि बाढ़ पीड़ितों को बचाने के दौरान तीन आईएफआरसी स्वयंसेवकों की भी मौत हो गई.
अकेले डेरना शहर से 1000 शव बरामद
लीबिया के नागरिक उड्डयन मंत्री और पूर्वी लीबिया में प्रशासन के लिए आपातकाल समिति के सदस्य हिचकेम चकिउआट ने एक मीडिया चैनल को फोन पर दिये इंटरव्यू में बताया कि अकेले डेरना शहर से 1000 से ज्यादा शव बरामद हुए हैं. चकिउआट ने कहा कि अभी यह बताना जल्दबाजी होगी कि इस भयंकर बाढ़ से कितना जान-माल का नुकसान हुआ है, लेकिन बाढ़ से जो नुकसान हुआ है वह बहुत-बहुत बड़ा है.
'25% तक तबाह हुआ शहर'
उन्होंने कहा कि 25% शहर तबाह हो चुका है और मैं यह बिल्कुल भी बढ़ा चढ़ाकर नहीं कह हूं. कई सारी इमारतें ध्वस्त हो चुकी हैं.
त्रिपोली आधारित सरकार की आपातकाल सेवा के प्रवक्ता ओसामा अली ने बताया कि डेरना में बाढ़ के कारण 2300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जबकि 5000 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं और पानी के तेज बहाव के कारण 7000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
लीबिया को सहायता भेज रहा अमेरिका
लीबिया में अमेरिका के विशेष दूत रिचर्ड नार्टन ने कहा कि हम संयुक्त राष्ट्र के साझेदारों के साथ समन्वय करते हुए लीबिया को मदद भेज रहे हैं. जर्मनी, मिस्र, कतर, ईरान ने भी लीबिया को मदद भेजने की बात कही है.
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