Operation Sindoor: 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारत ने जब पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों पर हमला किया, तो पूरी दुनिया की नजरें इस सैन्य कार्रवाई पर टिक गईं. पहलगाम में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान लेने वाले आतंकी हमले के जवाब में भारत ने आधी रात के बाद मिसाइलों से नौ बड़े आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया.
सरकारी सूत्रों के अनुसार, इस हमले का उद्देश्य उन ढांचों को खत्म करना था जिनका उपयोग भारत में आतंकी हमलों की साजिश रचने के लिए किया जा रहा था. खुफिया जानकारी के मुताबिक, इस ऑपरेशन में 90 से ज्यादा आतंकियों का सफाया हुआ. भारत ने स्पष्ट किया कि कार्रवाई के दौरान किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया.
सोशल मीडिया और सरकारी बयान से मिला पहला संकेत
बता दें कि इस सैन्य जवाबी कार्रवाई का पहला संकेत भारतीय सेना की एक्स पोस्ट से मिला, 'न्याय हुआ. जय हिंद!' इसके साथ ही एक वीडियो भी साझा किया गया जिसमें लिखा था, 'हमला करने के लिए तैयार, जीतने के लिए प्रशिक्षित.' भारत सरकार ने इस ऑपरेशन को 'केंद्रित, मापा हुआ और गैर-उत्तेजक' बताया.
अमेरिका और अन्य देशों को पहले से दी गई थी जानकारी
न्यूयॉर्क टाइम्स ने रिपोर्ट किया कि भारत ने इस हमले से पहले अमेरिका को सूचित किया था, जिससे स्पष्ट होता है कि यह कोई जल्दबाजी में लिया गया फैसला नहीं बल्कि एक सोची-समझी रणनीति थी. वाशिंगटन पोस्ट ने इसे 'शक्ति का मापा हुआ प्रदर्शन' बताया और भारत के संयम की सराहना की.
इसके अलावा, सीएनएन और एबीसी न्यूज ने राफेल और स्कैल्प मिसाइलों के इस्तेमाल को भारत की तकनीकी सटीकता का उदाहरण बताया. बीबीसी ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को स्वीकार किया, लेकिन तनाव बढ़ने की आशंका भी जताई. गार्जियन ने इस ऑपरेशन को भारत के 'रणनीतिक धैर्य के अंत' का संकेत बताया, जबकि अल जजीरा ने पाकिस्तान के दावों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया, जिससे उनका पक्षपातपूर्ण रुख नजर आया.