नई दिल्ली: गंगाजल पर GST लगाये जाने को लेकर सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज एंड कस्टम यानि (CBIC) ने सफाई जारी की है. गंगाजल पर GST लगाये जाने की खबरों पर का खंडन करते हुए CBIC ने कहा कि गंगाजल को GST के दायरे से बाहर रखा गया है.
CBIC ने कहा कि गंगाजल पूजा के लिए हर देश में इस्तेमाल होता है और पूजा सामग्री को देश में जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है. बोर्ड ने बताया कि पूजा सामग्री पर जीएसटी को लेकर जीएसटी काउंसिल ने 18-19 मई 2017, और 3 जून, 2017 को अपनी मीटिंग में चर्चा की थी, जिसमें इन्हें छूट की श्रेणी में रखा गया था. ऐसे में जीएसटी की शुरुआत के साथ ही ये आइटम GST के दायरे से बाहर रहे हैं.
Clarification regarding certain media reports on applicability of GST on Gangajal. pic.twitter.com/t598ahN07x
— CBIC (@cbic_india) October 12, 2023
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट करते हुए लिखा "मोदी जी, एक आम भारतीय के जन्म से लेकर उसकी जीवन के अंत तक मोक्षदायिनी मां गंगा का महत्त्व बहुत ज्यादा है. अच्छी बात है की आप आज उत्तराखंड में हैं, पर आपकी सरकार ने तो पवित्र गंगाजल पर ही 18% GST लगा दिया है. एक बार भी नहीं सोचा कि जो लोग अपने घरों में गंगाजल मंगवाते हैं, उनपर इस का बोझ क्या होगा. यही आपकी सरकार के लूट और पाखंड की पराकाष्ठा है"
मोदी जी,
— Mallikarjun Kharge (@kharge) October 12, 2023
एक आम भारतीय के जन्म से लेकर उसकी जीवन के अंत तक मोक्षदायिनी माँ गंगा का महत्त्व बहुत ज़्यादा है।
अच्छी बात है की आप आज उत्तराखंड में हैं, पर आपकी सरकार ने तो पवित्र गंगाजल पर ही 18% GST लगा दिया है।
एक बार भी नहीं सोचा कि जो लोग अपने घरों में गंगाजल मँगवाते हैं,… pic.twitter.com/Xqd5mktBZG
मोदी सरकार ने साल 2016 में 'गंगाजल आपके द्वार योजना' शुरू की थी. जिसका उद्देश्य लोगों को आसानी से गंगाजल उपलब्ध कराना और डाकघरों की आय को बढ़ाना था. इसी बीच यह खबर सामने आयी कि मोदी सरकार ने गंगा जल पर जीएसटी लगाकर लोगों को बड़ा झटका दिया था. जिसके बाद केंद्र सरकार के इस फैसले का सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने विरोध जाताया. अब सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज एंड कस्टम ने सफाई देते हुए कहा है कि गंगाजल को GST के दायरे से बाहर रखा गया है.
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