Weather Update: उत्तर भारत में मॉनसून की वापसी के साथ उमस भरी गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है. उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और दिल्ली-एनसीआर में गर्मी और उमस का असर जारी है. भारत मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के कारण 2 से 5 अक्टूबर तक पूर्वी भारत में भारी बारिश की संभावना है. ओडिशा में 2 अक्टूबर को अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है. इसके अलावा, उत्तर-पश्चिम भारत में 5 से 7 अक्टूबर तक एक तीव्र पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखेगा, जिसकी चरम तीव्रता 6 अक्टूबर को होगी.
दिल्ली-एनसीआर में पिछले कई दिनों से उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान किया हुआ है. 30 सितंबर को हल्की बारिश से मौसम में कुछ राहत मिली, लेकिन उमस बरकरार है. मौसम विभाग के अनुसार, 2 अक्टूबर को दिल्ली में बादल छाए रहेंगे और हल्की बूंदाबांदी हो सकती है. 3 अक्टूबर को भी बादल छाए रहने की संभावना है. लोगों को उमस से राहत के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है.
उत्तर प्रदेश में मंगलवार से मौसम ने करवट ली है. लखनऊ समेत कई जिलों में झमाझम बारिश हुई. मौसम विभाग का कहना है कि 1 से 5 अक्टूबर के बीच प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा. इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं. बारिश के कारण कुछ इलाकों में जलभराव की समस्या भी हो सकती है. बिहार में बुधवार को कुछ जिलों में हल्की बारिश हुई, लेकिन गर्मी और उमस से खास राहत नहीं मिली. मौसम विभाग ने 3 से 5 अक्टूबर तक राज्य में भारी बारिश की चेतावनी दी है. कई जिलों में जलभराव और यातायात बाधित होने की आशंका है. लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. बारिश के कारण निचले इलाकों में खास सतर्कता की जरूरत है.
उत्तराखंड में 5 से 7 अक्टूबर के बीच पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखेगा. मौसम विभाग के अनुसार, 6 और 7 अक्टूबर को भारी बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है. पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है. यात्रियों और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. मौसम विभाग ने प्रशासन से भी सड़कों और रास्तों पर निगरानी बढ़ाने को कहा है. मौसम विभाग ने भारी बारिश, जलभराव और भूस्खलन के खतरे को देखते हुए स्थानीय प्रशासन को तैयार रहने को कहा गया है.