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India Daily

10 मिनट के इंतजार का खुल गया राज, जानें लिमोजिन कार में पुतिन-मोदी ने किस विस्फोटक मुद्दे पर की बात, सेंटर में थे ट्रंप

शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई मुलाकात चर्चा का केंद्र बनी. पुतिन ने खुलासा किया कि उन्होंने अपनी ऑरस लिमोज़िन कार में मोदी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से हुई बातचीत के बारे में विस्तार से चर्चा की. दोनों नेताओं ने होटल पहुंचने के बाद भी कार से बाहर न निकलकर करीब एक घंटे तक अपनी गोपनीय बातचीत जारी रखी.

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Edited By: Kuldeep Sharma
putin- modi
Courtesy: web

चीन के तियानजिन में आयोजित एससीओ शिखर सम्मेलन 2025 के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई निजी बातचीत सुर्खियों में है. पुतिन ने खुद बताया कि उन्होंने मोदी को अपनी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अलास्का में हुई चर्चा का ब्यौरा साझा किया. खास बात यह रही कि दोनों नेताओं ने होटल पहुंचने के बाद भी अपनी गाड़ी में बैठकर करीब 45 मिनट तक बातचीत जारी रखी, जिसे रूस की मीडिया ने बेहद अहम बताया.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने मोदी को ट्रंप से हुई मुलाकात की पूरी जानकारी दी. उन्होंने साफ कहा 'यह कोई राज नहीं है, मैंने उन्हें सब बताया.' यह बातचीत पुतिन की ऑरस लिमोज़िन में हुई, जो सुरक्षा और गोपनीयता के लिहाज से बेहद सुरक्षित मानी जाती है. रूसी मीडिया ने भी रिपोर्ट किया कि पुतिन ने करीब 10 मिनट मोदी का इंतजार किया और इसके बाद दोनों साथ में होटल की ओर रवाना हुए.

बातचीत का सिलसिला लंबा चला

कार से होटल तक का सफर केवल 15 मिनट का था, लेकिन दोनों नेताओं की चर्चा इतनी महत्वपूर्ण थी कि उन्होंने गाड़ी से बाहर निकलने के बजाय बातचीत जारी रखी. रूस के राष्ट्रीय रेडियो वेस्टी एफएम और क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने बताया कि दोनों नेताओं ने करीब एक घंटे तक गाड़ी में ही संवाद किया. पेस्कोव ने कहा 'जब कोई अहम बातचीत चल रही हो, तो उसे बीच में रोकना संभव नहीं होता. वे सहज महसूस कर रहे थे और उसी माहौल में चर्चा जारी रखी.'

सोशल मीडिया पर मोदी का संदेश

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर पुतिन के साथ अपनी तस्वीर साझा करते हुए लिखा 'एससीओ शिखर सम्मेलन के बाद राष्ट्रपति पुतिन और मैं एक साथ द्विपक्षीय बैठक स्थल तक गए. उनके साथ बातचीत हमेशा विचारोत्तेजक होती है.' मोदी ने यह भी कहा कि भारत और रूस ने हमेशा कठिन से कठिन परिस्थितियों में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहकर वैश्विक स्थिरता को मजबूत किया है.

गोपनीय बातचीत और भविष्य की तैयारी

विशेषज्ञों का मानना है कि पुतिन की ऑरस लिमोज़िन की गोपनीयता ने इस बातचीत को और महत्वपूर्ण बना दिया. वे मानते हैं कि यह बातचीत अत्यंत संवेदनशील मुद्दों पर केंद्रित रही होगी, जिन्हें सार्वजनिक तौर पर साझा नहीं किया जा सकता. पुतिन दिसंबर में भारत की यात्रा करने वाले हैं और इस दौरान उनकी मोदी से शिखर वार्ता प्रस्तावित है. माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच रक्षा, ऊर्जा और वैश्विक सुरक्षा जैसे विषय इस मुलाकात का प्रमुख हिस्सा होंगे.