UK PM India Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से खालिस्तानी चरमपंथी तत्वों के खिलाफ कानून के दायरे में कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है. विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की स्टारमर के साथ हाल ही में हुई बैठक में खालिस्तानी गतिविधियों के मुद्दे पर चर्चा हुई और भारत ने विदेशों में ऐसे समूहों की गतिविधियों पर अपनी गंभीर चिंता दोहराई साथ ही चरमपंथी तत्वों के खिलाफ कानून के दायरे में कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह भी किया.
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि "प्रधानमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि कट्टरपंथ और हिंसक उग्रवाद का लोकतांत्रिक समाजों में कोई स्थान नहीं है और उन्हें इन समाजों द्वारा प्रदान की जाने वाली स्वतंत्रता का दुरुपयोग करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए." ऐसे तत्वों के विरुद्ध दोनों पक्षों के लिए उपलब्ध कानूनी ढाँचे के भीतर सख्ती से कार्रवाई करने की आवश्यकता है.
मिसरी ने आगे कहा कि "यह मुद्दा जुलाई में दोनों नेताओं के बीच हुई चर्चा में पहले भी उठाया गया था और गुरुवार की वार्ता में भी इस पर फिर से चर्चा हुई." उन्होंने कहा कि "दोनों पक्ष सामाजिक सद्भाव और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाली चरमपंथी गतिविधियों से निपटने में आपसी सहयोग और कानूनी प्रक्रियाओं के सम्मान के महत्व पर सहमत हुए."
गैरतलब है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर भारत की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मुंबई में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच विजन 2035 रोडमैप के तहत भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा हुई. प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान भारत और ब्रिटेन को 'नेचुरल पार्टनर' बताया. उन्होंने कहा कि हमारे संबंधों की नींव में डेमोक्रेसी, फ्रीडम और 'रूल ऑफ लॉ' जैसे मूल्यों में साझा विश्वास है.