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Kerala Politics: प्रियंका गांधी के वायनाड दौरे के दौरान दो आत्महत्याओं से मचा बवाल, पीड़ितों ने पार्टी पर लगाए ये आरोप

वायनाड में प्रियंका गांधी के दौरे के बीच दो आत्महत्याओं ने कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया है. विजयन परिवार का आरोप है कि पार्टी ने वित्तीय मदद का वादा पूरा नहीं किया. वहीं, पार्षद जोस नेल्लेदम ने झूठे आरोपों से परेशान होकर आत्महत्या की. इन घटनाओं ने कांग्रेस पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.

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Edited By: Km Jaya
प्रियंका गांधी
Courtesy: Social Media

Kerala Politics: केरल के वायनाड जिले में कांग्रेस पार्टी पर संकट गहराता जा रहा है. प्रियंका गांधी के दौरे के बीच दो आत्महत्याओं ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व कोषाध्यक्ष एनएम विजयन और उनके बेटे की आत्महत्या के बाद अब उनकी बहू पद्मजा ने भी खुदकुशी का प्रयास किया है. वहीं, मुल्लांकोली पंचायत के पार्षद जोस नेल्लेदम की आत्महत्या ने मामले को और गंभीर बना दिया है.

पद्मजा ने मीडिया से कहा कि उनके ससुर और पति ने निजी कारणों से नहीं, बल्कि पार्टी की जरूरतों के लिए कर्ज लिया था. पार्टी ने वादा किया था कि सारी देनदारियां चुकाई जाएंगी, लेकिन अब तक परिवार को केवल 20 लाख रुपये से कम की राशि मिली है. परिवार पर अभी भी दो करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज बाकी है. इसी दबाव में उन्होंने कलाई काटकर आत्महत्या का प्रयास किया. हालांकि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया और अब उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.

जहर खाकर जान देने पर मजबूर

इससे पहले 2023 में 78 वर्षीय विजयन और उनके 38 वर्षीय बेटे जिजेश ने कर्ज के बोझ से तंग आकर जहर खाकर जान दे दी थी. परिवार का कहना है कि कांग्रेस ने उस समय मदद का आश्वासन दिया था, लेकिन वादे पूरे नहीं हुए. पद्मजा ने आरोप लगाया कि उनके पति तनाव के कारण अस्पताल में हैं और अगर जल्दी मदद नहीं मिली तो वह बड़ा कदम उठाने पर मजबूर होंगी.

आत्महत्याओं से पार्टी पर उठे सवाल

इधर, कांग्रेस सांसद राजमोहन उन्नीथन ने सफाई दी कि विजयन की आत्महत्या की पार्टी जांच अभी जारी है. जब जांच पूरी होगी तभी भुगतान किया जाएगा. दूसरी ओर, जोस नेल्लेदम की आत्महत्या ने पार्टी को और कठघरे में खड़ा कर दिया है. नेल्लेदम शुक्रवार को अपने घर के पास तालाब में मृत पाए गए. उन्होंने जहर खाने और कलाई काटने के बाद वीडियो रिकॉर्ड किया था. उसमें उन्होंने आरोप लगाया कि साथी नेता कनटुमालयिल थंकचन की गिरफ्तारी के मामले में उन पर झूठे आरोप लगाए गए. थंकचन को इसलिए  गिरफ्तार किया गया था क्योंकि उनके घर से शराब और विस्फोटक बरामद हुआ था. हालांकि बाद में यह स्पष्ट हुआ कि प्रतिबंधित सामान किसी अन्य कार्यकर्ता का था और उन्हें रिहा कर दिया गया. नेल्लेदम का कहना था कि उन्होंने पुलिस को सही सूचना दी थी, लेकिन उन्हें झूठा फंसाया गया.

पुलिस कार्रवाई पर उठे सवाल 

वायनाड डीसीसी अध्यक्ष एनडी अप्पाचन ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि नेल्लेदम के घर से एक सुसाइड नोट मिला है, इसलिए उस पत्र की सामग्री जनता के सामने लानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुझे कुछ गड़बड़ी का शक है. पुलपल्ली पुलिस ने बिना कोई जांच किए थंकाचन को रिमांड पर ले लिया. इसमें राजनीतिक मंशा हो सकती है. वहीं, मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि पार्टी अब हिंसा और अपराध की राजनीति में बदल चुकी है. इन घटनाओं ने कांग्रेस की छवि को गहरा झटका दिया है और प्रियंका गांधी के दौरे के दौरान पार्टी को असहज स्थिति में डाल दिया है.