उप-राष्ट्रपति चुनाव को लेकर देश की राजनीति में एक बार फिर सियासी समीकरण और पहचान की राजनीति चर्चा में है. जहां एनडीए ने तमिलनाडु से ताल्लुक रखने वाले सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है, वहीं विपक्षी INDIA गठबंधन ने आंध्र प्रदेश के पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज बी. सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा है. इस चुनावी रणनीति को तमिल और तेलुगु पहचान के इर्द-गिर्द देखने की कोशिश की जा रही है, लेकिन एनडीए की सहयोगी टीडीपी ने स्पष्ट कर दिया है कि उसके लिए कोई दुविधा नहीं है और वह मजबूती से राधाकृष्णन के साथ खड़ी है.
जैसे ही एनडीए ने राधाकृष्णन को उम्मीदवार घोषित किया, विपक्ष ने तुरंत बी. सुदर्शन रेड्डी का नाम आगे बढ़ाकर अपने इरादे जाहिर कर दिए. भाजपा का लक्ष्य जहां डीएमके को चुनौती देने के लिए तमिल पहचान पर दांव लगाना था, वहीं विपक्षी गठबंधन ने आंध्र प्रदेश से उम्मीदवार उतारकर सीधे तौर पर टीडीपी पर दबाव बनाने का प्रयास किया है. कांग्रेस ने पहले ही कहा था कि विपक्ष ऐसा नाम पेश करेगा जो सत्ता पक्ष में क्रॉस वोटिंग की संभावना बढ़ा सके. हालांकि, मौजूदा हालात में इस रणनीति का असर बहुत सीमित माना जा रहा है.
मंगलवार को आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों के साथ नई दिल्ली में सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि 'कोई अस्पष्टता नहीं है - केवल सम्मान, आत्मीयता और दृढ़ संकल्प है. एनडीए एकजुट है.' नारा लोकेश ने राधाकृष्णन के प्रशासनिक अनुभव और विभिन्न राज्यों के राज्यपाल के रूप में उनकी सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि उनका नेतृत्व अनुशासन और सेवा की भावना से प्रेरित है, जो आने वाली पीढ़ियों को दिशा देगा.
No ambiguity - only warmth, respect, and resolve. The NDA stands united. https://t.co/V1YBt5BDsR
— Lokesh Nara (@naralokesh) August 19, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एनडीए संसदीय दल की बैठक में राधाकृष्णन का परिचय कराया और सांसदों से उनका समर्थन करने की अपील की. मोदी ने कहा कि वे इस बात से संतुष्ट हैं कि राधाकृष्णन की उम्मीदवारी को लेकर पूरे गठबंधन में उत्साह है. बैठक में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि प्रधानमंत्री ने न सिर्फ एनडीए सांसदों बल्कि विपक्ष के सदस्यों से भी अपील की है कि सभी मिलकर उप-राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करें. बैठक के दौरान एनडीए सांसदों ने राधाकृष्णन का गर्मजोशी से स्वागत किया और प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया.
सीपी राधाकृष्णन फिलहाल महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं और उन्हें उप-राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व जज सुदर्शन रेड्डी का सामना करना होगा. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 21 अगस्त तय की गई है, जबकि मतदान 9 सितंबर को होगा. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि एनडीए के भीतर पूर्ण एकजुटता और टीडीपी जैसे अहम सहयोगी के समर्थन से राधाकृष्णन की जीत लगभग तय मानी जा रही है. वहीं विपक्ष इस मुकाबले को सियासी संदेश देने और पहचान की राजनीति को केंद्र में लाने के प्रयास के रूप में देख रहा है.