अहमदाबाद: गुजरात राज्य में अहमदाबाद जिले के साणंद तालुका के कलाना गांव से तनाव की एक गंभीर घटना सामने आई है. यहां आपसी विवाद के चलते दो गुटों के बीच झगड़ा हो गया, जो बाद में पत्थरबाजी में बदल गया. यह घटना सोमवार रात 29 दिसंबर को शुरू हुई थी और मंगलवार 30 दिसंबर की सुबह हालात फिर से बिगड़ गए.
जानकारी के अनुसार, कलाना गांव में रहने वाले दो अलग-अलग गुटों के युवकों के बीच पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर डाली गई एक पोस्ट को लेकर तनाव चल रहा था. सोमवार को यह विवाद उस समय बढ़ गया, जब एक गुट के युवक को दूसरे गुट के युवकों ने कथित तौर पर यह कहते हुए पीट दिया कि 'तुम सामने क्यों देख रहे हो.' इस छोटी-सी बात ने देखते ही देखते बड़ा रूप ले लिया और दोनों पक्षों के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए. इसके बाद आपस में मारपीट शुरू हो गई.
इसके बाद पुलिस को घटना से अवगत कराया गया और शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन मामला यहीं शांत नहीं हुआ. मंगलवार सुबह फिर से गांव में तनाव फैल गया और एक बार फिर पत्थरबाजी शुरू हो गई. स्थिति बिगड़ते देख पुलिस की कई टीमें तुरंत गांव पहुंची और हालात को काबू में किया.
गांव की स्थिति को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. एसपी और डिप्टी एसपी समेत पुलिस का बड़ा दल गांव में तैनात किया गया. कलाना गांव साणंद GIDC पुलिस स्टेशन क्षेत्र में आता है. यहां पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था के बंदोबस्त किए गए हैं. फिलहाल, गांव में शांति बनी हुई है, लेकिन एहतियात के तौर पर पुलिस लगातार गश्त कर रही है.
पुलिस ने गांव में लगे सीसीटीवी कैमरों का डीवीआर भी जब्त कर लिया है, ताकि घटना से जुड़े सबूत जुटाए जा सके. इसके साथ ही गांव में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है और जिन लोगों पर शक है, उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस अधिकारियों ने साफ कहा है कि इस घटना में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.
पुलिस के अनुसार, यह पूरा मामला वर्चस्व की लड़ाई यानी ईगो के टकराव से शुरू हुआ. बताया गया कि दो युवक बाइक पर सवार होकर आमने-सामने आ गए थे. इसी दौरान मामूली बात को लेकर झगड़ा हो गया. इस झगड़े का किसी ने वीडियो बना लिया, जो बाद में दोनों गुटों के सोशल मीडिया ग्रुप में फैल गया. वीडियो वायरल होने के बाद विवाद बढ़ गया और हालात पत्थरबाजी तक पहुंच गए.
पुलिस ने बताया कि पत्थरबाजी शुरू होने के पांच से सात मिनट के भीतर ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी. अब तक इस मामले में 42 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है. पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है.