नई दिल्ली: उत्तराखंड के देहरादून में त्रिपुरा के एक छात्र की कथित नस्लीय हमले में हुई मौत पर सियासी और सामाजिक प्रतिक्रिया तेज हो गई है. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस घटना को देश के लिए राष्ट्रीय शर्म बताया है. उन्होंने कहा कि यह केवल एक हत्या नहीं, बल्कि समाज में गहरी जड़ें जमा चुके भेदभाव और नस्लीय सोच का नतीजा है.
मृतक छात्र की पहचान 24 वर्षीय एंजेल चकमा के रूप में हुई है. वह देहरादून की एक निजी यूनिवर्सिटी में एमबीए का छात्र था. 9 दिसंबर को देहरादून के सेलाकुई इलाके में उस पर चाकू से हमला किया गया था. गंभीर रूप से घायल एंजेल का इलाज चल रहा था, लेकिन 26 दिसंबर को उसकी मौत हो गई. पुलिस और परिजनों के अनुसार यह हमला नस्लीय गालियों और पहचान को लेकर हुए विवाद के बाद किया गया.
The brutal killing of Aniel Chakwa in Uttarakhand is not just a tragedy—it is a national disgrace. A young man from Tripura, a proud Indian, was racially abused, dehumanized with slurs like “Chinese” and “momo,” and ultimately murdered. This was not an isolated act of violence;… pic.twitter.com/WHmA0m7Q0L
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) December 29, 2025
शशि थरूर ने सोशल मीडिया पर लिखा कि एक गर्वित भारतीय, जो त्रिपुरा से था, उसे चीनी और मोमो जैसे अपमानजनक शब्दों से पुकारा गया और आखिरकार उसकी हत्या कर दी गई. उन्होंने कहा कि यह घटना अलग थलग नहीं है, बल्कि अज्ञानता, पूर्वाग्रह और विविधता को न समझ पाने की विफलता का नतीजा है. उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर भारत में नस्लवाद का बढ़ना बेहद चिंताजनक और शर्मनाक है.
थरूर ने कहा कि उत्तर पूर्व भारत देश की पहचान का अभिन्न हिस्सा है. वहां की संस्कृति, भाषा और परंपराएं भारत को समृद्ध बनाती हैं. इसके बावजूद वहां के लोगों को आए दिन नस्लीय प्रोफाइलिंग, बहिष्कार और गाली गलौज का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि यह स्थिति अब खत्म होनी चाहिए.
पुलिस के अनुसार यह घटना एक शराब की दुकान के पास हुई थी. विवाद के समय पीड़ित और आरोपी दोनों ने शराब पी रखी थी. इस मामले में 5 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इनमें अविनाश नेगी, शौर्य राजपूत, सूरज ख्वास, आयुष बदोनी और सुमित शामिल हैं. एक मुख्य आरोपी अभी फरार है, जिसकी तलाश के लिए विशेष टीम बनाई गई है.
टिपरा मोथा प्रमुख प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा ने मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. वहीं एंजेल के पिता तरुण चकमा ने आरोप लगाया कि उनके बेटों को नस्लीय गालियां दी गईं और पुलिस ने शुरुआत में मामला दर्ज करने में देरी की. पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और जल्द ही फरार आरोपी को भी गिरफ्तार किया जाएगा.