उत्तराखंड : देहरादून में पढाई कर रहे त्रिपुरा के छात्र का मामला गर्माता जा रहा है. ऐंजल चकमा जो एक निजी यूनिवर्सिटी से एमबीए कर रहा था. उसपर सेलाकुई थाना क्षेत्र के बाजार में हाथ के कड़े और चाकू से हमला किया गया था. त्रिपुरा के अगरतला स्थित नंदनगर के ऐंजल इस हमले में बुरी तरह घायल हो गए.
16 दिनों तक अस्पताल में जिंदगी से जंग लड़ने के बाद उनकी मौत हो गई. अब इस मामले में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मृतक के पिता तरुण प्रसाद से बात की, लेकिन सोशल मीडिया ने इस वार्ता को 'PR' बताया. कई लोगों का कहना है कि यह कॉल इतने दिन बाद क्यों की गई, जबकि छात्र पर हमला करीब 20 दिन पहले हुआ था और मौत तीन दिन पहले. सीएम की इस बातचीत पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
सीएम ने फोन पर बातचीत के दौरान कहा, "यह एक दुखद घटना थी. इस घटना से सभी बहुत दुखी हैं. हम इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे इस अपराध को करने वालों को गिरफ्तार कर लिया गया है. एक व्यक्ति नेपाल का था; वह फरार है. हमने उसे पकड़ने के लिए इनाम की घोषणा की है और उसे पकड़ने के लिए एक टीम भेजी है...
एक माता-पिता के लिए इससे ज़्यादा दर्दनाक क्या हो सकता है?... हम यह सुनिश्चित करेंगे कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले... मैंने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा से भी बात की है. गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, सभी ने इस बारे में बात की है... ऐसी घटनाएं यहां नहीं होती हैं। यहां ऐसा माहौल नहीं है... हम इस मुश्किल घड़ी में आपके साथ हैं। हम यहां से आपको हर संभव मदद देंगे..."
एक युवक ने 'X' पर लिखा कि, "त्रिपुरा के एक छात्र पर 9 दिसंबर को हमला हुआ था. शुक्रवार (26 तारीख) को उसकी मौत हो गई. लोकल मीडिया ने उसी दिन इसकी रिपोर्ट दी और सोशल मीडिया पर शेयर किया. नेशनल मीडिया ने 27 तारीख को रिपोर्ट किया. सोशल मीडिया पर 2-3 दिन तक गुस्सा रहा. आखिरकार उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी जागे और PR कॉल करने का फैसला किया."
Tripura student was attacked on Dec 9th. Died on Friday (26th). Reported by local media & shared on social media on the same day. National Media reported on 27th. Outrage on social media for 2-3 days. Finally Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami wakes up and decides to do a PR… https://t.co/r8TUpvV89F
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) December 29, 2025
मृतक छात्र एंजेल चकमा के छोटे भाई माइकल चकमा 21 साल के हैं. वह देहरादून स्थित उत्तरांचल यूनिवर्सिटी में बीए प्रथम वर्ष के छात्र हैं. नौ दिसंबर की घटना को याद करते हुए माइकल ने बताया कि उस शाम वह अपने बड़े भाई एंजेल और उसके दो दोस्तों के साथ करीब साढ़े छह बजे सेलाकुई के बाजार गए थे.