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India Daily

Operation Sindoor: 'आत्मरक्षा हर राष्ट्र का अधिकार', इजराइल ने ऑपरेशन सिंदूर का खुलकर किया समर्थन; आतंक के खिलाफ एकजुट हुआ विश्व

Operation Sindoor: भारत ने पाकिस्तान में नौ आतंकवादी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की है, जो पहलगाम हमले के दो हफ्ते बाद की गई. इन हमलों में बहावलपुर, मुरीदके, बाघ, कोटली और मुजफ्फराबाद शामिल हैं. इसको लेकर जहां पूरी दुनिया भारत का समर्थन कर रही है, वहीं इजरायल ने भी खुलकर अपना समर्थन दिया है.

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Edited By: Ritu Sharma
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Courtesy: Social Media

Operation Sindoor: भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर दुनियाभर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. इस बीच भारत को इजराइल का खुला समर्थन मिला है. भारत में इजराइल के राजदूत रियुवेन अजार ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, ''इजराइल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है. आतंकवादियों को पता होना चाहिए कि निर्दोष लोगों के खिलाफ उनके जघन्य अपराधों से बचने के लिए उन्हें कहीं छिपने की जगह नहीं है.''

ऑपरेशन सिंदूर - भारत की कड़ी जवाबी कार्रवाई

बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई करते हुए मिसाइल हमले किए. इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया है. इस ऑपरेशन के तहत भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पंजाब क्षेत्र में 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया.

भारतीय सेना के अनुसार जिन ठिकानों पर स्ट्राइक की गई उनमें शामिल हैं-

  • बहावलपुर - मरकज सुभानअल्लाह
  • मुरीदके - मरकज तैयबा
  • सियालकोट - महमूना जोया फैसिलिटी
  • भिंबर - मरकज अहले हदीस
  • कोटली - मरकज अब्बास और मरकज राहील शाहिद
  • मुजफ्फराबाद - शावई नाला कैंप और मरकज सैयदना बिलाल

सरजाल/तेहरा कलां क्षेत्र भी ऑपरेशन के दायरे में रहा.

तुर्की ने थामा पाकिस्तान का हाथ

जहां भारत को इजराइल से समर्थन मिला, वहीं पाकिस्तान को तुर्की का साथ मिला है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक्स पर जानकारी दी कि "तुर्की के विदेश मंत्री ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री से बात कर भारत द्वारा की गई कार्रवाई की निंदा की और पाकिस्तान की संप्रभुता के उल्लंघन पर चिंता जताई." तुर्की ने क्षेत्रीय सुरक्षा की स्थिति पर भी गहरी चिंता जाहिर की है.

अमेरिका ने जताई चिंता, ट्रंप और रुबियो की प्रतिक्रिया

इसके अलावा, अमेरिका की ओर से भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया आई है. अमेरिकी सीनेटर मार्को रुबियो ने कहा कि वह भारत-पाकिस्तान के बीच के हालात पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि यह तनाव जल्दी खत्म होगा और दोनों देशों के बीच बातचीत के जरिए समाधान निकलेगा.

वहीं, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे 'शर्मनाक स्थिति' बताया और कहा, ''यह शर्म की बात है, हमने इसके बारे में ओवल ऑफिस में प्रवेश करते ही सुना. मुझे पहले से लग रहा था कि कुछ होने वाला है. दोनों देश दशकों से लड़ते आ रहे हैं, उम्मीद है कि यह जल्द खत्म हो.''