Elephant Video: कर्नाटक के बांदीपुर टाइगर रिजर्व में एक जंगली हाथी के हमले से केरल के एक टूरिस्ट की जान बाल-बाल बची. यह दिल दहला देने वाली घटना तब हुई जब एक हाथी ने टूरिस्ट पर हमला किया, उसे जमीन पर गिरा दिया और अपने पैरों तले कुचलने की कोशिश की. हालांकि, हाथी के पीछे हटने के बाद टूरिस्ट घायल हालत में भी अपनी जान बचाने में कामयाब रहा. इस घटना का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने वन्यजीवों और मानव मुठभेड़ की खतरनाक स्थिति को फिर से उजागर किया है.
सोशल मीडिय पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ दिखाई देता है कि एक व्यस्त सड़क पर, जहां वाहन और लोग मौजूद थे, एक जंगली हाथी अचानक सड़क किनारे पैदल चल रहे टूरिस्ट की ओर दौड़ पड़ता है. डर के मारे टूरिस्ट भागने की कोशिश करता है, लेकिन वह लड़खड़ाकर जमीन पर गिर जाता है. इसके बाद हाथी उसे अपने पैरों तले दबाने की कोशिश करता है. हालांकि अच्छी किस्मत से टूरिस्ट इस हमले से जीवित बच निकलता है, लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो जाता है.
बांदीपुर टाइगर रिज़र्व, जो एक वन्यजीव गलियारा और टूरिस्टों की पॉपुलर है, में मानव और जंगली जानवरों के बीच मुठभेड़ कोई नई बात नहीं है. इस क्षेत्र में पहले भी कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें कुछ मामलों में लोगों की जान भी गई है. इस साल फरवरी में, चामराजनगर जिले के राष्ट्रीय उद्यान में दो टूरिस्टों को एक हाथी ने तब दौड़ाया जब वे उसके साथ सेल्फी लेने की कोशिश कर रहे थे.
ಗುಂಡ್ಲುಪೇಟೆ (ಚಾಮರಾಜನಗರ ಜಿಲ್ಲೆ): ಬಂಡೀಪುರ ಹುಲಿ ಸಂರಕ್ಷಿತ ಪ್ರದೇಶದಲ್ಲಿ ಹಾದು ಹೋಗಿರುವ ರಾಷ್ಟ್ರೀಯ ಹೆದ್ದಾರಿ 67ರಲ್ಲಿ ಭಾನುವಾತ ಕಾಡಾನೆಯ ಫೋಟೊ ತೆಗೆಯಲು ಹೋದ ವ್ಯಕ್ತಿಯೊಬ್ಬರ ಮೇಲೆ ಆನೆ ದಾಳಿ ನಡೆದಿದೆ.#ElephantAttack #Chamarajanagar pic.twitter.com/Vvm2ty5b0F
— Prajavani (@prajavani) August 10, 2025
सौभाग्य से, उस घटना में दोनों टूरिस्ट सुरक्षित बच गए. वहीं, दिसंबर 2023 में कुंदकेरे रेंज में एक व्यक्ति का आंशिक रूप से क्षत-विक्षत शव मिला था, जो बांदीपुर में एक महीने के भीतर बाघ के हमले से तीसरी मौत थी.
यह ताजा घटना एक बार फिर वन्यजीव क्षेत्रों में टूरिस्टों की सुरक्षा और जागरूकता की जरुरत पर जोर डालती है. बांदीपुर जैसे संरक्षित क्षेत्रों में जंगली जानवरों के साथ निकट संपर्क खतरनाक हो सकता है. वन अधिकारियों ने टूरिस्टों से अपील की है कि वे जंगली जानवरों के साथ उचित दूरी बनाए रखें और वन्यजीव नियमों का पालन करें. साथ ही, मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए स्थानीय प्रशासन और वन विभाग को और सख्त कदम उठाने की जरूरत है.