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G20 Summit: भारत में विदेशी मेहमानों की सुरक्षा के लिए इन सीक्रेट कोड का हुआ था इस्तेमाल

G20 सम्मेलन में शामिल होने भारत आए राष्ट्राध्यक्षों की सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए थे. किसी को गलती से भी इस राष्ट्राध्यक्षों की मूवमेंट का जानकारी नहीं हो इसके दिल्ली सीक्रेट कोड का इस्तेमाल किया गया था.

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Purushottam Kumar
G20 Summit: भारत में विदेशी मेहमानों की सुरक्षा के लिए इन सीक्रेट कोड का हुआ था इस्तेमाल

नई दिल्ली: G20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने भारत आए अलग-अलग देश के राष्ट्राध्यक्षों की सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए थे. किसी को गलती से भी इस राष्ट्राध्यक्षों की मूवमेंट का जानकारी नहीं हो इसके दिल्ली सीक्रेट कोड का इस्तेमाल किया गया था. जिस होटल में ये राष्ट्राध्यक्ष ठहरे थे वहां से लेकर जिस भी रूट पर जाने वाले थे उन सभी जगहों के लिए नाम का नहीं बल्कि सीक्रेट कोड का इस्तेमाल किया गया था. आपको बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जिस होटल में रूके हुए थे उसका सीक्रेट कोड पंडोरा था तो वहीं ब्रिटेन के पीएम सुनक जिस होटल में ठहरे थे उसका सीक्रेट कोड समारा था.

सुरक्षा के लिए सीक्रेट कोड
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार जी20 समिट के दौरान विदेश से आए मेहमानों की सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती थी और इसके लिए पिछले कई महीने से दिल्ली पुलिस अपनी तैयारी कर रही थी.  दरअसल, हर हाल में इस बात का ध्यान रखा गया था की किसी को भी इस बात का पता न चले की विदेशी मेहमान किस होटल में रुके हैं या कब किस रूट पर जा रहे है. इसी कड़ी में विदेशी मेहमानों को मूवमेंट के लिए जगह के नाम के बजाय सीक्रेट कोड का इस्तेमाल किया जा रहा था.

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वीवीआईपी मेहमान के रहने से लेकर उनके आने-जाने तक के रूट के लिए सीक्रेट कोड रखा गया था. राजघाट का रुद्रपुर, भारत मंडपम का निकेतन, ताज मानसिंह होटल का पेरामाउंट और ली-मेरिडियन होटल का सीक्रेट कोड महाबोधि रखा गया था. विदेशी मेहमानों के घूमने वाले जगह को भी एक कोड दिया गया था.

पुलिसकर्मियों को भी नहीं थी जानकारी
सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सड़क पर तैनात पुलिसकर्मियों को भी इन सीक्रेट कोड के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी. किस रास्ते से किसकी सुरक्षा निकल रही है इस बात की जानकारी सिर्फ और सिर्फ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को होता था. 
 
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