अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गृह मंत्रालय को लिखी चिट्ठी में आम आदमी पार्टी पर FCRA का उल्लंघन करते हुए 7 करोड़ रुपए की विदेशी फंडिंग लेने का आरोप लगाया है. जांच एजेंसी ने पंजाब के पूर्व आम आदमी पार्टी विधायक सुखपाल सिंह खैरा और कुछ अन्य लोगों की नशीली दवाओं से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के दौरान कुछ ऐसे ईमेल और दस्तावेज मिलने का दावा किया है जो इस बात की पुष्टि करते हैं. बता दें कि ईडी ने 2021 में मामले की शुरुआती जांच के दौरान खैरा को हिरासत में लिया था, हालांकि अभी खैरा कांग्रेस पार्टी के नेता हैं.
किन देशों से आप को हुई फंडिंग
फंडिंग में FCRA के नियमों का उल्लंघन
आरोप है कि विदेशी फंडिंग पाने के लिए पार्टी ने अमेरिका और कनाडा में कैंपेन भी चलाया और विदेशी फंडिंग के मामले में फंसने से बचने के लिए पार्टी ने अपने खाते की किताब में दान दाताओं की असली पहचान को भी छिपाया. जांच एजेंसी ने इसे विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (FCRA) और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम का उल्लंघन बताया है.
आप ने बताया साजिश
विदेशी फंडिंग के आरोपों को आम आदमी पार्टी ने भाजपा की साजिश बताया है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ईडी और भाजपा पर निशाना साधते हुए आप नेता आतिशी सिंह ने कहा कि सत्ताधारी भाजपा के सभी घोटाले 4 जून के बाद सबसे सामने आएंगे और इन घोटालों की जांच की जाएगी. उन्होंने कहा इस बार दिल्ली और पंजाब की जनता ने भाजपा को विदाई देने का मन बना लिया है. इंडी अलायंस सरकार बनाएगा. आतिशी ने कहा कि अगले 10 दिनों तक भाजपा आप और अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाएगी लेकिन जनता अपना मन बना चुकी है.
ईडी ने गृह मंत्रालय को सौंपी डोनर्स की सारी डिटेल
सूत्रों की मानें तो ईडी ने आम आदमी पार्टी को फंड देने वाले विदेशी नागरिकों की पूरी जानकारी दे दी है. ईडी ने डोनर्स के नाम, उनकी राष्ट्रीयता, पासपोर्ट नंबर, दान की राशि, दान देने का तरीका, पैसा लेने वाले का अकाउंट नंबर, बिलिंग नेम, पता, फोन नंबर, ईमेल, पैसे ट्रांसफर करने का समय और तारीख, भुगतान करने का जरिए सब की डिटेल सौंप दी है. वरिष्ठ सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई इस मामले में FCRA के नियमों के उल्लंघन की जांच कर रही है. गृह मंत्रालय ईडी के आरोपों की जांच के लिए सीबीआई को चिट्ठी लिख सकता है.