Bureaucrats India On Sanjeev Sanyal: यूपीएससी परीक्षा की गिनती देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में होती है. हर साल देश में कई लाख युवा इस परीक्षा की तैयारी करते हैं. आंकड़ों के अनुसार इस परीक्षा में सफल होने वाले छात्रों की संख्या बहुत कम रहती है. हाल में ही UPSC को लेकर पीएम मोदी के आर्थिक सलाहकार और देश के जाने माने इकनॉमिस्ट संजीव सान्याल ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उसे समय की बर्बादी बताया था. जिस पर अब ब्यूरोक्रेट्स इंडिया ने दिया जवाब दिया है.
ब्यूरोक्रेट्स इंडिया ने अपने सोशल मीडिया पर अकाउंट एक्स (ट्वीटर) पर संजीव सान्याल को जवाब देते हुए लिखा है- प्रिय श्री संजीव सान्याल, हम आपके दृष्टिकोण का सम्मान करते हैं, लेकिन हम आपसे लाखों भारतीय युवाओं के सपनों और आकांक्षाओं पर आपके शब्दों के प्रभाव पर पुनर्विचार करने का आग्रह करते हैं. हालांकि यह सच है कि यूपीएससी परीक्षा पास करना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन यह देश की सेवा के प्रति अपार समर्पण और प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है.
ब्यूरोक्रेट्स इंडिया ने एक्स पर लिखा कि भारत भर में हर दिन, अनगिनत युवा मन सिविल सेवक बनने, सरकार और लोगों के बीच की दूरी को पाटने की इच्छा से जलते हैं. वे स्वयं को एक आशा के रूप में देखते हैं, जो जरूरतमंद लोगों के जीवन में रोशनी लाती है. ये सपने मामूली नहीं हैं; वे परिवर्तन के बीज हैं, जिन्हें दृढ़ संकल्प की मिट्टी में बोया जाता है और दृढ़ संकल्प के साथ पोषित किया जाता है.
Dear Mr Sanjeev Sanyal,
— Bureaucrats India (@BureaucratsInd) March 26, 2024
We respect your perspective, but we urge you to reconsider the impact of your words on the dreams and aspirations of millions of Indian youth. While it's true that cracking the UPSC exam is challenging, it's also a symbol of the immense dedication and… pic.twitter.com/TrBJ55PPTP
ब्यूरोक्रेट्स इंडिया ने लिखा कि नौकरशाह शासन की मशीनरी के महज अहम अंग नहीं हैं, वे बेहतर कल के निर्माता हैं. हमारे देश के कोने-कोने में, वे यह सुनिश्चित करने के लिए अथक परिश्रम करते हैं कि लोकतंत्र का पहिया सुचारू रूप से चले. वे गुमनाम नायक हैं जो पर्दे के पीछे काम करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि हर नागरिक की आवाज़ सुनी जाए और हर जरूरत को पूरा किया जाए.
लोकतंत्र की नींव की रक्षा करते हैं नौकरशाह
ब्यूरोक्रेट्स इंडिया ने आगे कहा कि बिजनेस टाइकून, खिलाड़ी, डॉक्टर, वैज्ञानिक, अभिनेता और अन्य सभी लोग हमारे देश की समृद्धि में योगदान करते हैं, लेकिन नौकरशाह ही हैं जो हमारे लोकतंत्र की नींव की रक्षा करते हैं वे समानता के संरक्षक, न्याय के संरक्षक और प्रगति के चैंपियन हैं. उनके बिना, शासन के पहिये थम जायेंगे. तो, आइए हम हतोत्साहित न हों बल्कि प्रेरित करें. आइए हम अपने युवाओं के सपनों को संजोएं, क्योंकि वे हमारे देश के भविष्य के प्रबंधक हैं. आइए हम उनके भीतर जलती सेवा की भावना का जश्न मनाएं, क्योंकि यही भावना एक उज्जवल, बेहतर भारत की राह को रोशन करेगी.
पीएम मोदी के आर्थिक सलाहकार और देश के जाने माने इकनॉमिस्ट संजीव सान्याल ने बीते दिनों कहा था कि UPSC की तैयारी करने वाले बच्चे अपना समय खराब कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि ज्यादातर युवा दूसरे ऑप्शन के बारे में विचार किए बिना ही यूपीएससी में अधिक समय बर्बाद करते हैं. हालांकि उन्होंने आगे कहा कि वह ऐसा नहीं कह रहे हैं कि लोक यूपीएससी की परीक्षा में शामिल न हो. सान्याल की मानें तो UPSC की परीक्षा के बारे में सिर्फ उन्हीं लोगों को सोचना चाहिए जो वाकई में एडमिनिस्ट्रेटर बनने में दिलचस्पी रखते हैं.