मध्य प्रदेश के भोपाल में एक हैरान कर देने वाली खबर आई है. रायसेन जिले के अब्दुल्लागंज इलाके में एक 62 वर्षीय शख्स को बाघ ने मारकर खा लिया. भोपाल के आसपास के इलाकों में कई दशक बाद ऐसी घटना सामने आई है. बाघ के हमले के बाद से ही पूरे इलाके में हड़कंप मचा है. वन अधिकारियों ने बाघों पर नजर रखने के लिए कुल 40 ट्रैप कैमरा लगाए हैं. अगर बाघ नागरिक इलाके में आते हैं तो उन्हें भगाने के लिए भी वन विभाग ने प्लानिंग तैयार कर ली है.
रातापानी वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी के नीमखेड़ा कुशियारी इलाके में बाघ ने इंसान को अपना शिकार बनाया है. मनीराम जाटव, वन अधिकारियों की चेतावनी के बाद भी तेंदू पत्ता जुटाने जंगल गए थे. जब वे झुक रहे थे, तभी बाघ ने हमला कर दिया. स्थानीय लोगों का कहना है कि बाघ ने उसे जानवर समझ लिया था.
क्यों नागरिक इलाकों में आ रहे बाघ?
जंगलों में बारिश न होने की वजह से पानी की किल्लत हो रही है. जानवर पानी की तलाश में ग्रामीण इलाकों में दस्तक दे रहे हैं. खाने की तलाश में भी जानवर मानव बस्तियों के नजदीक आते हैं. वन विभाग ने जंगल के बीच पानी के भंडारण को लेकर कई अहम कदम उठाए हैं लेकिन पूरी तरह से जानवरों को नागरिक इलाकों में आने से रोक पाना संभव नहीं हो पाया है.