सोशल मीडिया पर शांतनु सिन्हा ने कहा है कि यह कांग्रेस की शरारत है. कांग्रेस नैतिक रूप से सबसे भ्रष्ट पार्टी है और हमारे बारे में नफरती कैंपेन चला रही है. उन्होंने कहा, 'मैं साफ तौर पर कह देना चाहता हूं कि मैंने अमित मालवीय की छवि को धूमिल करने के लिए यह नहीं किया था. यह एक चेतावनी थी कि वे हनी ट्रैप में न फंसें. यह सबसे पहले तथागत रॉय सामने लेकर आए थे. अगर मेरी पोस्ट से अमित मालवीय को ठेस पहुंची है तो मैं खेद जताता हूं.'
शांतनु सिन्हा ने लिखा, 'अमित मालवीय को हनी ट्रैप में फंसाया जा सकता है. कुछ भ्रष्ट नेता अपनी पोस्ट पर कायम रहना चाहते हैं, जबकि पार्टी की बड़ी हार हुई है. हमारे हनी ट्रैप को लेकर बुरे अनुभव हैं. कैलाश विजयवर्गीय, सिद्धार्थ नाथ सिंह और प्रदीप जोशी के कार्यकाल के दौरान भी ऐसे मामले सामने आए थे.'
RSS member Shantanu Sinha in a social media post says, "It is a great chagrin to me that the nastiest and most corrupted political party of the country, the Indian National Congress is spreading hate campaign against Amit Malaviya and BJP...I want to give a clear message that the… https://t.co/oEjOb6Oic8 pic.twitter.com/nfLrww4Uqf
— ANI (@ANI) June 11, 2024
कांग्रेस नेता सु्प्रिया सुले ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाए थे कि बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय पर यौन उत्पीड़न के मामले हैं. अमित मालवीय के खिलाफ जांच की कांग्रेस ने मांग की थी. अमित मालवीय ने इस प्रकरण पर 10 करोड़ की मानहानि केस दायर किया था. उन्होंने मानसिक उत्पीड़न के लिए सार्वजनिक माफी मांगने की बात भी कही थी. अमित मालवीय के नोटिस के बाद अब शांतनु की सफाई आई है.
शांतनु ने अपनी पोस्ट में कहा, 'मैंने फेसबुक पोस्ट में किसी का जिक्र नहीं किया है. मैं केवल बीजेपी के राज्य स्तर के उन नेताओं से सवाल करना चाहता था जो अपने दिल्ली के आकाओं को खुश करने के लिए संदिग्ध तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, जिससे वे अपने पद पर बने रह सकें. मेरी फेसबुक पोस्ट को गलत तरीके से पेश किया गया है. मैंने जो कुछ भी कहा है, उस पर मैं कायम हूं. मैंने न तो अपनी पोस्ट वापस ली है और न ही मैं किसी धमकी के आगे झुकने वाला हूं. मैंने लीगल नोटिस का जवाब देने के लिए वक्त मांगा है. अगर वे सिविल या क्रिमिनल प्रक्रिया शुरू करते हैं, मैं उसी हिसाब से काम करूंगा.'