अच्छा कुछ लोगों को लाइट जला कर सोने और कुछ को बंद करके सोना पसंद है लेकिन कभी-कभी आपने ऐसा सोचा है कि लाइट जलाने के झगड़े में किसी की जान जा सकती है. ऐसा ही एक मामला मुंबई से आया है. यहां एक घर में लाइट जलाने को लेकर हुए विवाद के चलते 70 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई. इस मामले में मरने वाले के तीन रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया गया है. मृत व्यक्ति अस्थमा का मरीज था और झगड़े के दौरान भी उसे दौरा पड़ गया. इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई.
यह मामला मुंबई के पिढ़ौनी का है. पुलिस के मुताबिक यह सभी लोग जिस घर में रह रहे थे उसको लेकर अक्सर झगड़ा होता रहा था. मरने वाले की पहचान सलीम इश्तियाक शेख के रूप हुई है. वहीं गिरफ्तार आरोपियों का नाम यूनुस इश्तियाक शेख, सोहेल शेख और अजीज जमील शेख है. इन लोगों को इदरीस इश्तियाक शेख की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया है जो पेशे से एक टेलर हैं.
पुलिस के मुताबिक शेख परिवार का पिढ़ौनी की आलीशान बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर पर एक पैतृक घर है. इस घर में शिकायतकर्ता इदरीस शेख और उनके भाई यूनुस शेख अपने परिवारों के साथ रहते हैं. इदरीस की बहन के बच्चे भी वहीं रहते हैं. इसके अलावा इदरीस के भाई सलीम जो कि अहमदनगर के रहने वाले हैं, अपनी पत्नी के साथ अक्सर वहां आते रहते हैं. अस्थमा के मरीज सलीम का मुंबई में इलाज चल रहा था. पिछले दो दिनों से सलीम इस घर में रुके हुए थे.
दरअसल घर को लेकर विवाद होने के नाते सभी फैमिली मेंबर्स परदे से पार्टीशन करके वहां रहते हैं. शुक्रवार रात सभी लोग सोने चले गए. रात करीब एक बजे सलीम अपने छोटे भाई यूनुस , उनकी पत्नी और बेटे सोहेल को गालियां देने लगे. उनका आरोप था कि यह लोग घर की लाइट जलाकर उन्हें परेशान कर रहे हैं. पूरा मामला तब बढ़ गया जब गुस्साए सलीम ने सोहेल को धक्का मार दिया. उन्होंने अपनी बहन के बेटे अजीज को भी थप्पड़ मारा जा उस विवाद को शांत कराने आया था. इसके बाद युनुस , सोहेल और अजीज ने कथित तौर पर सलीम के साथ मारपीट की.
इस दौरान तीनों आरोपियों ने बुजुर्ग की तब तक पिटाई की जब तक कि उसको सांस लेने में दिक्कत शुरू नहीं हुई. जैसे ही सलीम को सांस की परेशानी हुई, तीनों आरोपी वहां से फरार हो गया. इस दौरान बुजुर्ग ने अस्थमा पंप का उपयोग किया लेकिन कुछ खास असर दिखा नहीं. इसके बाद उन्हें जेजे हास्पिटल ले जाया गया लेकिन तब तक सलीम की मौत हो गई थी. पुलिस के अनुसार आरोपियों को पता था कि सलीम दमा का मरीज है फिर भी उन्होंने उसके साथ मारपीट की, जिससे उनकी जान चली गई, इसलिए सभी आरोपी को गिरफ्तार किया गया.