Resort Politics and Horse Trading: भारत की राजनीति में इन दिनों दो शब्द सबसे ज्यादा सुनने को मिल रहा है. यो दोनों शब्द है रिसॉर्ट पॉलिटिक्स और हॉर्स-ट्रेडिंग. इन दिनों सिस्टम का इस्तेमाल सरकार बचाने और गिराने के लिए किया जाता है. रिसॉर्ट पॉलिटिक्स में विधायकों को शहर से दूर रखा जाता है ताकि वह किसी दूसरे दलों के संपर्क में ना आए.
साफ शब्दों में कहें तो रिसॉर्ट पॉलिटिक्स का मकसद विधायकों को पार्टी से अलग होने से रोकना है. वहीं, दूसरी तरफ हॉर्स-ट्रेडिंग का मतलब विधायकों को पार्टी बदलने के लिए प्रेरित करना है. इसके लिए विधायकों को वित्तीय या अन्य लाभ दिए जाते हैं. इसके मकसद के बारे में अगर हम बात करें तो इसका मकसद विपक्षी दल को कमजोर करना या बहुमत हासिल करना होता है.
अगर किसी राजनीतिक दल को लगता है कि उसके कुछ विधायक दूसरी पार्टी में शामिल हो सकते हैं और उनकी सरकार गिराई जा सकती है तो ऐसी स्थिति में पार्टी उन विधायकों को शहर से दूर किसी रिसॉर्ट या होटल में ले जाकर तक तक रखती है जब तक सरकार गिरने का खतरा टल नहीं जाता. इस दौरान बाहरी दुनिया से विधायकों का दूर-दूर तक कोई संपर्क नहीं होता है. रिसॉर्ट में विधायकों को पार्टी ने नेताओं द्वारा अपने साथ रहने, सरकार बनाने के लिए समर्थन देने के लिए मनाया जाता है.
राजनीति में हॉर्स ट्रेडिंग का मतलब होता है किसी पार्टी के विधायकों को दूसरी पार्टी में शामिल होने के लिए लुभाने का खेल, आमतौर पर उन्हें किसी तरह का लाभ देकर, चाहे वो पैसा, पद, ठिकाना या कोई अन्य प्रलोभन हो. इसे अक्सर किसी सरकार को गिराने या बनने में मदद करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. राजनीति में हॉर्स ट्रेडिंग का सहारा विपक्षी दल सत्ताधारी पार्टी के विधायकों को लुभाकर सरकार गिराने की कोशिश करता है. इस दौरान विधायकों को लुभाने के लिए कई तरह से मदद देने की पेशकश की जाती है.
रिसॉर्ट पॉलिटिक्स में विधायकों का किसी दूसरे शहर के रिसॉर्ट में भेजकर उनका बाहरी दुनिया से संपर्क सीमित कर दिया जाता है. इस दौरान पार्टी की ओर से उन्हें लगातार मनाने की कोशिश की जाती है और अपने पक्ष में समर्थन देने के लिए प्रेरित किया जाता है. रिसॉर्ट पॉलिटिक्स को गैरकानूनी नहीं माना जाता, लेकिन इसकी आलोचना की जाती है क्योंकि यह लोकतंत्र की भावना के खिलाफ जाता है.
हॉर्स ट्रेडिंग में प्रत्यक्ष रूप से सौदेबाजी होती है. यहां पार्टी के नेता दूसरी पार्टी के विधायकों को पार्टी बदलने के लिए प्रलोभन देते हैं. हॉर्स ट्रेडिंग में नेताओं का बाहरी दुनिया से संपर्क सीमित करने की जरूरत नहीं होती है. हॉर्स ट्रेडिंग को कुछ देश में गैरकानूनी माना जाता है, जैसे भारत में विधायक दल-बदल विरोधी कानून के तहत. हालांकि, इसे साबित करना मुश्किल हो सकता है.