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India Daily

'भारत नेपाल के लोगों की शांति...,' सुशीला कार्की के नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री बनने पर प्रधानमंत्री मोदी ने दी पहली प्रतिक्रिया

नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को हिमालयी राष्ट्र में कई दिनों की राजनीतिक उथल-पुथल के बाद अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ दिलाई गई.

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Edited By: Mayank Tiwari
 PM Sushila Karki during her swearing-in-ceremony in Kathmandu
Courtesy: X

नेपाल को अपना अंतरिम प्रधानमंत्री मिल गया है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार (13 सितंबर) को कहा कि भारत नेपाल के लोगों की शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैय उन्होंने अपनी नई नेपाली समकक्ष सुशीला कार्की को शुभकामनाएं भी दीं. कार्की, जो नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री और भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता हैं, उन्होंने शुक्रवार को राष्ट्रपति कार्यालय में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली. उनकी नियुक्ति छात्र समूहों के विरोध प्रदर्शनों के बाद हुई, जिसके चलते पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार ने इससे पहले नेपाल में पूर्व मुख्य न्यायाधीश कार्की के नेतृत्व में अंतरिम सरकार के गठन का स्वागत किया था और आशा जताई थी कि इससे पड़ोसी देश में शांति और स्थिरता आएगी. भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता कार्की नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं. उन्हें छात्र समूहों द्वारा चुने जाने के बाद राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई गई, जिनके विरोध प्रदर्शनों के कारण इस हफ्ते पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा था.

अंतरिम प्रधानमंत्री बनने पर PM मोदी ने दी बधाई

इस बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पीएम मोदी ने पोस्ट लिखा. जिसमें पीएम मोदी ने कहा, "मैं माननीय श्रीमती सुशीला कार्की को नेपाल की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने पर अपनी शुभकामनाएँ देता हूँ। भारत नेपाल के लोगों की शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.

नेपाल में क्यों विरोध और हिंसा भड़की!

नेपाल में ‘जेन जेड’ के नाम से चर्चित विरोध प्रदर्शन शुरू में सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ थे, लेकिन बाद में यह ओली सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार और कुप्रशासन को लक्षित करने लगे. पुलिस की सख्त कार्रवाई में 20 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर छात्र थे, और सैकड़ों घायल हुए. ओली ने इसके बाद इस्तीफा दे दिया. हालांकि, इस्तीफे के बाद भी मंगलवार को काठमांडू और अन्य शहरों में हिंसा भड़क उठी. भीड़ ने संसद भवन और राजनीतिक नेताओं के घरों को आग के हवाले कर दिया. हालांकि, सेना के हस्तक्षेप से पहले 50 से ज्यादा लोग मारे गए.  

MEA ने कार्की के नेतृत्व में अंतरिम सरकार के गठन का किया स्वागत  

इधर, शुक्रवार देर रात अपनी पहली प्रतिक्रिया में विदेश मंत्रालय ने कार्की के नेतृत्व में अंतरिम सरकार के गठन का स्वागत किया. मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "एक करीबी पड़ोसी, एक लोकतांत्रिक देश और दीर्घकालिक विकास साझेदार के रूप में, भारत अपने दोनों देशों और लोगों की भलाई और समृद्धि के लिए नेपाल के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगा.

"वहीं, मंगलवार को, मोदी ने नेपाल की स्थिति पर चर्चा के लिए सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता की थी और पड़ोसी देश में शांति की अपील की थी. उन्होंने नेपाल में हो रही हिंसा को हृदयविदारक बताया और कहा कि वह कई युवाओं की मौत से व्यथित हैं. मोदी ने कहा था, ‘‘नेपाल की स्थिरता, शांति और समृद्धि हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है.